ग्वालियर। पिछले डेढ़ महीने से चल रहे लॉकडाउन से प्रभावित जनजीवन को सामान्य करने के लिए अब प्रयास किए जा रहे हैं. ग्वालियर जिला प्रशासन ने व्यापारिक संगठनों और समाजसेवी संस्थाओं के साथ एक बैठक की, जिसमें लॉकडाउन से धीरे-धीरे बाहर निकलने के सुझाव भी मांगे गए. जिला प्रशासन ने इन सुझावों पर गंभीरता से अमल करने का भरोसा दिलाया है.
मध्यप्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स, सोना-चांदी व्यापार एसोसिएशन, आबकारी ठेकेदार, सीमेंट उद्योग, थोक एवं खैरिज किराना मार्केट एसोसिएशन, प्रिंटर्स एसोसिएशन सहित एक दर्जन से ज्यादा संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन के साथ एक बैठक का आयोजन किया. जिसमें सभी ने लॉकडाउन से प्रभावित जनजीवन को फिर से बहाल करने के सुझाव दिए हैं. इसमें थोक किराना एवं खैरिज किराना को अल्टरनेट- डे खोलने वा सीमेंट और पेंट की दुकान को नियमित खोलने. जबकि आबकारी विभाग की रेड जोन की शहर की दुकानों को खोलने को लेकर चर्चा हुई. चेंबर ऑफ कॉमर्स ने व्यापारिक संगठनों की समस्याओं और बदहाल हो चुकी आर्थिक स्थिति के बारे में जिला प्रशासन को अवगत कराया है.
ग्वालियर जिला प्रशासन ने व्यापारिक संगठनों को उनके दिए गए सुझावों पर सकारात्मक रुख अपनाने का भरोसा दिलाया है. उन्होंने कहा है कि, जिन दुकानों को भविष्य में खोलने के लिए छूट दी जाएगी उनमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने और सैनिटाइजर की व्यवस्था रखने सहित दूसरे मापदंड अपनाने होंगे.
प्रशासन का कहना है कि, वह खुद भी जनजीवन सामान्य रूप से बहाल करने के लिए प्रयासरत हैं. कुछ दुकानों को अल्टरनेट डे के रूप में खोलने की अनुमति दी गई है इसके लिए समय भी निर्धारित किया गया है. लेकिन कोरोना मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुए फिलहाल सतर्कता से काम लेने की जरूरत है, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.