ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल में आज पहली बार कांग्रेस नेता की जयंती को बीजेपी मनाने जा रही है, यही वजह है कि आज सीएम शिवराज सिंह चौहान से लेकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित दर्जनों भर मंत्री ग्वालियर पहुंचे. दरअसल आज यानी गुरूवार को कांग्रेस के नेता माधवराव सिंधिया की 77वीं जयंती मनाई गई.
एकजुट हुए बुआ भतीजा
इस जयंती पर सिंधिया परिवार की राजनीति पूरी तरह बदली नजर आ रही है. पिछले कई सालों से सिंधिया परिवार दो गुटों में बटा हुआ था, लेकिन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में शामिल होने के बाद अब बुआ और भतीजा एक ही परिवार का हिस्सा हैं. यही वजह है कि, बरसों बाद आज पहली बार उनके पिता माधवराव सिंधिया की जयंती पर परिवार एकजुट दिखाई दिए.
बदली चंबल अंचल की राजनीति
ग्वालियर चंबल अंचल की राजनीति अब लगातार बदल रही है, और इसकी एक तस्वीर आज ग्वालियर में देखने को मिली. आज माधवराव सिंधिया की जयंती के मौके पर ना सिर्फ कांग्रेस नहीं बल्कि बीजेपी के तमाम बड़े दिग्गज नेताओं ने उनकी छतरी पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की. इससे पहले बीजेपी पार्टी की तरफ से कोई भी कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए नहीं जाता था और इसका सबसे बड़ा कारण था कि, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेसी होना. लेकिन जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हुए हैं उसके बाद बीजेपी ने उनके पिता माधवराव सिंधिया को भी अपना नेता मान लिया है. यही कारण है कि, अब कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की पुण्यतिथि और जयंती पर सबसे ज्यादा भाजपा नेता ही शामिल होते हैं.
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सीएम सहित कई मंत्री पहुंचें ग्वालियर
माधवराव सिंधिया की 77वीं जयंती पर सीएम शिवराज सिंह चौहान से लेकर तमाम प्रदेश सरकार के केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित कई मंत्री ग्वालियर पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की. खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान भजन संध्या में शामिल हुए और ऐसा पहली बार देखने को मिला जब कांग्रेस नेता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती पर बीजेपी एकजुट हुई.
राजनीति को चमकाने के लिए बीजेपी की चाल
पहले माधवराव सिंधिया की पुण्यतिथि या जयंती पर कांग्रेस पार्टी पहुंचती थी, लेकिन बीजेपी की तरफ से कोई भी व्यक्ति नहीं जाता था. वहीं अब कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि, बीजेपी अपनी राजनीति को चमकाने के लिए कुछ भी हद तक जा सकती है. कांग्रेस का कहना है कि, माधवराव सिंधिया कांग्रेस के नेता थे और रहेंगे.