ईटीवी भारत डेस्क : ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में बृहस्पति (Jupiter) ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है. 20 नवंबर 2021 से बृहस्पति मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश कर गए हैं. इस बार 2022 का शुभारंभ शनिवार से हो रहा है. विक्रम संवत 2079 भी शनिवार से ही प्रारंभ हो रहा है इस वजह से प्रजा में खुशहाली तो आएगी, लेकिन कई प्रकार की विपत्ति का भी सामना करना पड़ेगा. शनिदेव मकर राशि में तथा देवगुरु बृहस्पति कुंभ राशि में रहेंगे, दोनों ही राशियां शनि की राशियां है यानि 2022 शनि प्रधान वर्ष रहने वाला है.
कालपुरुष की कुंडली के अनुसार गुरु ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे(Jupiter transit in aqurius 2021) जिसे लाभ का भाव का माना जाता है. गुरु को भाग्य, समृद्धि और ज्ञान का कारक माना जाता है. वर्ष 2022 में हमारा भविष्य कैसा रहने वाला है. क्या आने साल 2022 में हमारे सपने पूरे होंगे! हमारे जीवन से जुड़ी समस्याएं हल होंगी या नहीं. तो आइए जानते हैं कि शुभ ग्रह गुरु के इस गोचर का तुला राशि पर असर.
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तुला राशि पर असर
गुरु तुला राशि से पंचम भाव में गोचर करेगा, इस गोचर के (Jupiter transit in Aquarius 2021) प्रभाव से आपकी लव लाइफ काफी शानदार रहेगी. गुरु का यह गोचर आपके जीवन में खुशियां और आशीर्वाद लेकर आएगा. आर्थिक रूप से, यह गोचर आपके लिए आय के अतिरिक्त स्रोत खोलेगा,जिससे आपके बैंक बैलेंस में वृद्धि होगी. इसके अनुसार छात्र प्रीमियम संस्थानों में प्रवेश ले सकते हैं.
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यदि आप सिंगल हैं तो आपके जीवन में जीवन साथी या लव पार्टनर की एंट्री हो सकती है. आपके परिवार में नए सदस्य के रूप में एक बच्चे का आगमन हो सकता है. गुरु के इस गोचर के कारण किसी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं,आप अपने लक्ष्य को पूरा करने में सफल रहेंगे. इस गोचर में आपको अच्छी सामाजिक स्थिति मिलने की संभावना है. आपका आत्मविश्वास ऊंचा बना रहेगा, जो आपको विपरीत परिस्थितियों में जीवित रहने में मदद करेगा.
देवगुरु बृहस्पति की अनुकूलता प्राप्ति के उपाय
- गाय और गुरु की सेवा करें.
- हल्दी या पीले केसर का तिलक लगाएं.
- बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करें.
- मंदिर और धार्मिक कार्यों में सहयोग करें.
- केले के वृक्ष को जल से सींचे.
- संभव हो तो बृहस्पतिवार का व्रत रखें.