ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय (Jiwaji University Gwalior) में मंगलवार को NSUI कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुए हंगामे, पथराव और लाठीचार्ज के बाद अब पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. कोरोना काल में बिना अनुमति के प्रदर्शन और हंगामा करने को लेकर पुलिस ने NSUI के 15 नामजद कार्यकर्ताओं सहित 250 अज्ञात लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा डालने को लेकर एफआईआर दर्ज की है. इसके साथ ही पुलिस ने NSUI के जिलाध्यक्ष सहित नौ लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
जिलाध्यक्ष सहित नौ लोग गिरफ्तार किया
NSUI ने जीवाजी विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार, अनियमितताओं और नए कुलपति डॉ अविनाश तिवारी की पदस्थापना पर सवाल खड़े किए थे. अपनी मांगों और कुलपति को हटाने को लेकर NSUI के प्रदेश अध्यक्ष सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जीवाजी विश्वविद्यालय के गेट पर मंगलवार को प्रदर्शन किया था. जब NSUI के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जीवाजी विश्वविद्यालय में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे उसी दौरान उनकी पुलिस से झड़प हो गई और इसके बाद छात्रों और पुलिस में धक्का-मुक्की भी हुई. छात्रों का यह प्रदर्शन काफी उग्र हो गया था. इसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन का उपयोग कर छात्रों पर काबू पाया. छात्रों ने पथराव शुरू किया, जिससे एएसपी सहित दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. इसके बाद पुलिस ने छात्रों पर बल प्रयोग कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. हंगामें के दूसरे दिन पुलिस ने बुधवार को यूनिवर्सिटी थाने में 15 नामजद कार्यकर्ताओं सहित 250 लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है. पुलिस ने एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शिवराज सिंह यादव सहित नौ लोगों को गिरफ्तार भी किया है.