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MP में अभी भी सक्रिय है शिकारी! घाटीगांव के जंगलों में शिकारियों चीतल को मारी गोली, उपचार के दौरान मौत

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Published : May 25, 2022, 9:02 PM IST

शिकारियों द्वारा की गई बड़ी और निर्मम घटना और उसके बाद पुलिस द्वारा की गई कठोर कार्रवाई का भी शिकारियों के हौंसले पर कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा है, शिकारी लगातार शिकार करने जंगल में जा रहे हैं. ताजा मामले में शिकारियों चीतल को मारी गोली जिसके बाद उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.(Hunters shot chital in guna)

Hunters shot chital in guna
घाटीगांव में शिकारियों ने चीतल को मारी गोली

ग्वालियर। ग्वालियर-गुना में शिकारियों द्वारा की गई पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद हुई कड़ी कार्रवाई के बाद अब भी शिकारियों के हौंसलों बुलंद नजर आ रहे हैं, बीते रोज शिकारियों ने ग्वालियर स्थित घाटीगांव के जंगलों में एक चीतल को गोली मार दी थी, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई.(Hunters shot chital in guna)

खून से लथपथ मिला चीतल: शिवपुरी जाने वाले मार्ग पर घाटीगांव इलाके के बाद वन क्षेत्र है, इसमें वन विभाग की सबसे संवेदनशील मानी जाने वाली छोंडा और जौरासी वन चौकी क्षेत्र में पनिहार की कन्हेर झील के नजदीक शिकारियों ने एक चीतल को गोली मार दी. घटना की सूचना वन अमले तक एक साधु के जरिए पहुंची, जिसके बाद रेंजर दीपेंद्र मोहन पाठक वन अमले के पास पहुंचे तो साधु ने कहा कि उसे गोली चलने की आवाज सुनाई दी थी. बाद में जब सर्चिंग शुरू की तो कन्हेर झील के पास खून से लथपथ एक चीतल पड़ा दिखा, जिसकी सूचना उन्होंने फॉरेस्ट वालों को दी.

ज्यादा खून बह जाने से हुई मौत: वन विभाग की टीम लगभग तीन वर्षीय घायल चीतल को उपचार के लिए पहले बरई ले गई लेकिन जब वहां इलाज नहीं हो सका तो उसे ग्वालियर लेकर आई. यहां इलाज तो शुरू हो गया लेकिन ज्यादा खून बह जाने और इंफेक्शन फैल जाने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका. जिसके बाद बीती शाम वन स्टाफ ने शिवपुरी लिंक रोड पर स्थित वन डिपो में उसका दाह संस्कार कर दिया.

रानी दुर्गावती वन अभ्यारणः चीतल का शिकार करने आए दो आरोपियों को वन विभाग ने किया गिरफ्तार

पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला: विगत पांच मई को एक खरगोश के शिकार की भी खबर मिली थी इसका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें आंतरी में शिकारियों को पकड़ने के बाद छोड़ने के दृश्य कैद थे. इस मामले में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक विश्राम सागर ने डीएफओ से इसकी जांच करने को भी कहा था, लेकिन इसमें भी कोई कठोर एक्शन नहीं लिया गया.

ग्वालियर। ग्वालियर-गुना में शिकारियों द्वारा की गई पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद हुई कड़ी कार्रवाई के बाद अब भी शिकारियों के हौंसलों बुलंद नजर आ रहे हैं, बीते रोज शिकारियों ने ग्वालियर स्थित घाटीगांव के जंगलों में एक चीतल को गोली मार दी थी, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई.(Hunters shot chital in guna)

खून से लथपथ मिला चीतल: शिवपुरी जाने वाले मार्ग पर घाटीगांव इलाके के बाद वन क्षेत्र है, इसमें वन विभाग की सबसे संवेदनशील मानी जाने वाली छोंडा और जौरासी वन चौकी क्षेत्र में पनिहार की कन्हेर झील के नजदीक शिकारियों ने एक चीतल को गोली मार दी. घटना की सूचना वन अमले तक एक साधु के जरिए पहुंची, जिसके बाद रेंजर दीपेंद्र मोहन पाठक वन अमले के पास पहुंचे तो साधु ने कहा कि उसे गोली चलने की आवाज सुनाई दी थी. बाद में जब सर्चिंग शुरू की तो कन्हेर झील के पास खून से लथपथ एक चीतल पड़ा दिखा, जिसकी सूचना उन्होंने फॉरेस्ट वालों को दी.

ज्यादा खून बह जाने से हुई मौत: वन विभाग की टीम लगभग तीन वर्षीय घायल चीतल को उपचार के लिए पहले बरई ले गई लेकिन जब वहां इलाज नहीं हो सका तो उसे ग्वालियर लेकर आई. यहां इलाज तो शुरू हो गया लेकिन ज्यादा खून बह जाने और इंफेक्शन फैल जाने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका. जिसके बाद बीती शाम वन स्टाफ ने शिवपुरी लिंक रोड पर स्थित वन डिपो में उसका दाह संस्कार कर दिया.

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पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला: विगत पांच मई को एक खरगोश के शिकार की भी खबर मिली थी इसका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें आंतरी में शिकारियों को पकड़ने के बाद छोड़ने के दृश्य कैद थे. इस मामले में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक विश्राम सागर ने डीएफओ से इसकी जांच करने को भी कहा था, लेकिन इसमें भी कोई कठोर एक्शन नहीं लिया गया.

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