ग्वालियर। हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने एक बार फिर दौलत गंज स्थित दफ्तर में बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की पूजा-अर्चना की और जयकारे भी लगाए. नाथूराम गोडसे के 113वें जन्मदिन पर हिंदू महासभा कार्यक्रम का आयोजन किया, इसके साथ ही पुष्पांजलि अर्पित कर एक दूसरे को मिठाई खिलाई. यह पहला मौका नहीं है, जब हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे की पूजा की है. हालांकि दोनों ही राजनीतिक दल गांधी के देश में गोडसे की विचारधारा को बढ़ावा देने का विरोध करते रहे हैं.
हिंदू महासभा ने मनाया जन्मदिन: नाथूराम गोडसे की जयंती मनाये जाने के सवाल पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. भारद्वाज का कहना है कि जिस तरीके से हजारों हिंदुओं का कत्लेआम कर भारत का विभाजन किया गया. उसका प्रतिकार करने वाले नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी का वध किया था. उनके आखिरी भाषण को पहले ही बैन कर दिया गया था, लेकिन अब उनके ही परिजनों ने उस बैन को हटवाया है. देश का हर एक युवा नाथूराम गोडसे के विचारों को सुनना चाहता है, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे के 113 वें जन्मदिन पर हिंदू महासभा ने पक्षियों को पीने के लिए पानी के 113 सकोरे जगह-जगह रखवाए हैं.
नाथूराम गोडसे की प्रतिमा पर विवाद: देश भर में ग्वालियर हिंदू महासभा का कार्यालय प्रसिद्ध है और इस कार्यालय में शुरू से ही बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की पूजा अर्चना की जाती है. इसके साथ ही नाथूराम गोडसे की प्रतिमा भी स्थापित की गई थी, लेकिन सियासी बवाल मचने के बाद सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने इस प्रतिमा को अपने कब्जे में ले लिया. लेकिन इसके बावजूद भी हिंदू महासभा प्रत्येक अवसर पर नाथूराम गोडसे और उनके साथी नारायण आप्टे की पुण्यतिथि और जयंती मनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ती है.