ग्वालियर। एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है, जहां चाट का ठेला लगाना वाले 14 साल के साबिर को ईटीवी भारत की खबर के बाद मदद मिली है. खबर चलाए जाने के बाद साबिर के मामले को कलेक्टर ने तत्काल संज्ञान लिया है और 5000 रूपए की मदद की, वहीं महिला बाल विकास ने साबिर के छोटे भाई बहन को गोद लिए जाने का भी आदेश दिया है. इस पर साबिर ने आभार जताया है और कहा है कि अब वह भी पढ़ाई करेगा और ठेला नहीं लगाएगा.
बता दें शुक्रवार 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने साबिर के हालात पर 'साबिर की सुनो सरकार' नाम से खबर प्रमुखता से खबर चलाई थी, जिस पर साबिर ने सूबे के मुखिया शिवराज मामा से मदद की गुहार लगाई थी, ईटीवी भारत से साबिर ने कहा था की वह पढ़ाई करना चाहता है, चाट का ठेला लगाना उसकी मजबूरी है.
बता दें कि साबिर के पिता के गुजरने के बाद वह पिछले 2 साल से चाट का ठेला लगाता था, क्योंकि उसके सिर पर अपने 12 साल के छोटे भाई आमिर और 10 साल की छोटी बहन चांदनी को पढ़ाने के साथ ही घर के खर्चे का बोझ है. साबिर रोज शिक्षा के मंदिर जीवाजी यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर ठेला लगाता था. इस दौरान उसका 10 साल का मासूम छोटा भाई आमिर काम में मदद करता था. साबिर महल गांव के सोनी हलवाई की गली में किराए के मकान में रहता है.