ग्वालियर। कहते हैं अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो परिस्थितियां कभी भी आपके आड़े नहीं आ सकती. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है ग्वालियर के सफाई कर्मचारी के 14 साल के बेटे लक्ष्य ने, जिसने कन्याकुमारी में आयोजित 21वीं राष्ट्रीय सब जूनियर वुशू प्रतियोगिता में एक गोल्ड मेडल सहित दो ब्रांज मेडल जीतकर न सिर्फ अपने माता-पिता का बल्कि ग्वालियर शहर का भी नाम रोशन किया है.
सफाई कर्मचारी के बेटे ने जीता गोल्ड: लक्ष्य कुमार के ग्वालियर लौटने पर शहर वासियों ने उसका जोरदार स्वागत किया. जब वह गोल्ड मेडल पाकर अपने घर अपने कोच के साथ लौटा तो उसके पड़ोसियों ने उसका स्वागत ढोल नगाड़ों के साथ पुष्प माला पहनाकर और लड्डू खिला कर किया. लक्ष्य कुमार इस प्रतियोगिता में 210 खिलाड़ियों में से सबसे अब्बल आया है. अब लक्ष्य का टारगेट है कि वह एशियन गेम्स में भाग ले और वहां भी इसी तरह का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल करें.
5 से 6 घंटे की कड़ी मेहनत कर जीता गोल्ड: कन्याकुमारी तमिलनाडु में 7 दिवसीय 21 वीं सब-जूनियर राष्ट्रीय वुशू खेल स्पर्धा से लौटी वुशू टीम का ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर जोरदार स्वागत किया गया. ग्वालियर के वुशू खिलाड़ियों ने कन्याकुमारी तमिलनाडु में वुशू खेल का बेहतरीन प्रदर्शन किया. 14 वर्षीय लक्ष्य कुमार के पिता रेलवे में सफाई कर्मचारी है और मां गृहणी है. लक्ष्य ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि वह 5 से 6 घंटे की कड़ी मेहनत करता है, और यह उसी का परिणाम है कि आज उसने इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया है. (Gwalior sweeper son won Gold) (Gwalior Lakshya Kumar won medal)