ग्वालियर। नगरी निकाय चुनाव पूरे होने के बाद अब जिला और जनपद अध्यक्ष बनाने को लेकर कवायद तेज हो गई है, ग्वालियर चंबल संभाग के जीते हुए सदस्यों को नेता और मंत्रियों ने पिकनिक और तीर्थ यात्रा पर भेज दिया है और अब जिला और जनपद अध्यक्ष के लिए खरीद-फरोख्त की बातें भी लगातार सामने आ रही हैं. बताया जा रहा है कि इन सदस्यों को अब अध्यक्ष के चुनाव के दिन ही बुलाया जाएगा. (MP Panchayat Chunav 2022) (Gwalior Panchayat Chunav 2022)
कहां भेजे गए नेता: प्रदेश की नगर निगम में कई सीटें गंवाने के बाद भारतीय जनता पार्टी जिला पंचायत और जनपद अध्यक्ष बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती, ग्वालियर सहित 8 जिलों में बीजेपी और कांग्रेस अपनी रणनीति बना रही है. इसी के चलते अपना अध्यक्ष बनाने के लिए बीजेपी और कांग्रेस नेता सदस्यों को अपने कब्जे में रखना चाहते हैं, जिसके लिए कुछ सदस्यों की तिरुपति तो कुछ की सांवरिया सेठ और शिर्डी भेजा गया है.
कहीं जिला पंचायत सदस्य तो कहीं विधायक पर लगे आरोप: अशोकनगर जिला पंचायत सदस्य बनी भूरिया बाई के पति रणवीर सिंह आदिवासी ने कलेक्टर एसपी से शिकायत की है कि उनकी पत्नी और बच्चे लापता हैं और उन्हें एक जिला पंचायत सदस्य द्वारा कहीं ले जाया गया है. वहीं मुरैना के सुमावली से कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाह पर अपहरण का आरोप लगा है, जौरा जनपद की सदस्य संपतिया कुशवाह ने अपने बेटे के अपहरण का आरोप विधायक अजब सिंह कुशवाह पर लगाया है. फिलहाल पुलिस ने विधायक अजब सिंह कुशवाह समेत जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष मानवेन्द्र सिकरवार पर अपरहण का मामला दर्ज कर लिया है.
तनाव दूर करने गए हैं मंत्री: ग्वालियर चंबल संभाग के सभी 8 जिलों की बात करें तो बीजेपी सभी जगह जिला और जनपद में अपने अध्यक्ष बनाना चाहती है, ग्वालियर में जिला पंचायत के 13 सदस्य हैं जिनमें से बीजेपी 8 सदस्यों का दावा कर रही है. प्रदेश सरकार के मंत्री भारत सिंह कुशवाह का कहना है कि "भाजपा अपने ही सदस्यों में से एक अध्यक्ष बनाएगी", वहीं कांग्रेस अंदरूनी तौर पर सदस्यों से संपर्क साधने में जुटी है. बताया जा रहा है कि इसीलिए बीजेपी के सदस्यों को ग्वालियर से दूर ले जाया गया है, क्योंकि ग्वालियर में मंत्री भारत सिंह कुशवाह और नरोत्तम मिश्रा मिलकर अध्यक्ष बनाना चाहते हैं, जबकि सिंधिया समर्थक मंत्री इमरती देवी पहले ही अपना अध्यक्ष बनाने की तैयारियों में जुट गईं थी. अब इन सदस्यों को सभी मंत्रियों ने मिलकर ग्वालियर से दूर भेज दिया, हालांकि प्रदेश सरकार के मंत्री भारत सिंह कुशवाह का कहना है कि "चुनाव में कड़ी मेहनत के बाद सदस्यों का बाहर घूमने का मन करता है, जिससे तनाव दूर किया जा सके."
सदस्यों को मिले एक करोड़ रुपए के ऑफर: जिला और जनपद सदस्यों की बाड़ाबंदी केवल ग्वालियर में ही नहीं हो रही बल्कि संभाग के दूसरे जिलों में भी ऐसी ही कोशिशें की जा रहीं हैं. जिला पंचायत और जनपद अध्यक्ष बनाने को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में खींचतान मची हुई है, शिवपुरी में बीजेपी के पूर्व विधायक महेंद्र यादव की बेटी नेहा यादव जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदार हैं, यहां से भी सदस्यों को किसी होटल में ले जाया गया है. भिंड में प्रदेश सरकार के मंत्री अरविंद भदौरिया, ओपीएस भदौरिया, बीजेपी के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह अपना-अपना अध्यक्ष बनाने की जोड़-तोड़ में जुटे हैं, यहां सदस्यों को एक करोड़ रुपए के ऑफर तक दिए जा रहे हैं.
विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने में जुटीं पार्टियां: जिला और जनपद अध्यक्ष के पदों की खींचतान से यह बात साफ हो रही है कि आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा अध्यक्ष बनाकर अपनी ताकत को और मजबूत करना चाहते हैं.