ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में एनएसयूआई के छात्र नेता द्वारा हंगामा करने के दौरान अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया गया. इससे वहां कुछ देर के लिए माहौल गर्म हो गया. वहां तैनात लोगों ने प्रथम भदौरिया नाम के इस छात्र को चेंबर से बाहर निकाला और उसे इस तरह के प्रयास करने नहीं करने की समझाइश दी. दरअसल बीएससी सेकंड ईयर और थर्ड ईयर के कुछ छात्र वैल्यूएशन में फेल हो गए थे, जिनकी रिटोटलिंग कराई गई थी.
छात्रों ने फेल होने पर किया हंगामा: रिटोटलिंग के बाद भी उनके रिजल्ट में कोई सुधार नहीं आया, इसे लेकर छात्र आंदोलित थे. एनएसयूआई का आरोप है कि, छात्रों का मूल्यांकन ठीक प्रकार से नहीं हुआ है. एक साथ ढाई दर्जन से ज्यादा छात्र फेल कर दिए गए हैं. इसलिए छात्रों का आक्रोश गुस्से में तब्दील हो रहा है. इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि, छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं दो बार चेक हो चुकी हैं. कुछ छात्रों के रिजल्ट में सुधार नहीं हुआ है. इसलिए छात्र आंदोलित है.
कुलपति के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे छात्र: विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि, यदि किसी विशेष छात्र के बारे में इस तरह की शिकायत है. तो कुलपति ने छात्रों को आश्वस्त किया है कि, उसकी उत्तर पुस्तिका को एक बार फिर से दिखवा लिया जाएगा. लेकिन फेल छात्र को पास करना संभव नहीं है. छात्र द्वारा अपने ऊपर पेट्रोल डालने की खबर मिलते ही पुलिस भी वहां पहुंच गई थी. काफी देर तक वहां छात्र हंगामा करते रहे और एनएसयूआई जिंदाबाद के नारे लगाते रहे. वो कुछ देर के लिए कुलपति कार्यालय के बाहर धरने पर भी बैठे थे.