ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में बीते 1 सप्ताह से हो रही मूसलाधार बारिश ने किसानों की फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. किसानों की ज्वार, बाजरा और धान की फसलें बर्बाद हो गई हैं. इसी को लेकर बुधवार को सैकड़ों की संख्या में किसानों ने खराब फसलों को लेकर पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव की अगुवाई में कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया. लाखन सिंह यादव का आरोप है कि डेढ़ साल में भितरवार विधानसभा के किसान तीन आपदाओं का सामना कर चुके हैं. किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं. इतना सब होने के बावजूद भी प्रशासन और सरकार की तरफ से किसानों को लेकर कोई भी सकारात्मक रुख नहीं अपनाया गया है. इसलिए उन्होंने यह प्रदर्शन किया है.
किसानों की फसलों का सर्वे और मुआवजा नहीं मिला तो उग्र आंदोलन की चेतावनी : लाखन सिंह यादव ने चेतावनी दी है कि अगर किसानों की फसलों का सर्वे और मुआवजा नहीं मिला तो वह उग्र आंदोलन करेंगे. साथ ही ग्वालियर जिले में दो केंद्रीय मंत्री और शिवराज सरकार के मंत्रियों के दरवाजे पर धरना प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ ही किसानों का आरोप है कि पिछले 3 सालों से प्रकृति की मार से किसान काफी बर्बाद हो चुका है. वो दो वक्त के अनाज के लिए मोहताज है, लेकिन सरकार हर बार मुआवजा के नाम पर आश्वासन देती आ रही है लेकिन उन्हें मुआवजा नहीं मिल पा रहा है.
वहीं, कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि पिछले साल आई बाढ़ और बारिश के कारण बर्बाद हुई फसल का मुआवजा लगभग सभी किसानों को मिल चुका है और अभी बारिश से जिन गांव में किसानों की फसल बर्बाद हुई है उसको लेकर सर्वे का काम शुरू कर दिया है, तत्काल किसानों के खातों में पैसा पहुंचना शुरू हो जाएगा. (Gwalior farmers ) (Gwalior farmers did gherao of collectorate )