ग्वालियर। बदलते दौर में तकनीक ने जिंदगी को और आसान बना दिया है. तकनीकी क्षमता को बढ़ाने में ड्रोन काफी मददगार है. यह ड्रोन कैसे काम करते है, इनका किस तरह उपयोग किया जा सकता है, यह बताने के लिए शनिवार 11 दिसंबर को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ड्रोन मेला (Gwalior Drone Mela 2021) लगने वाला है. बताया गया है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहल पर ग्वालियर में 11 दिसम्बर को विशाल एवं आकर्षक ड्रोन मेला का आयोजन होने जा रहा है. इस मेले का आयोजन भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय एवं फिक्की के सहयोग से एमआईटीएस (माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड साईंस) में होगा.
कई तरह के ड्रोन का होगा प्रेजेंटेशन
इस मेले में कई विभागों खनन, शिक्षा, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, लैंड रिकॉर्ड, पुलिस, डी आर डी ई, रक्षा आदि विभागों से आए सभी तरह के ड्रोन का प्रेजेंटेशन होगा. इस ड्रोन मेले का आयोजन खास तौर पर किसानों एवं तकनीकी छात्र एवं छात्राओं को ड्रोन का महत्व एवं उसकी उपयोगिता समझाने के लिए किया जा रहा है. तकनीकी क्षमताओं के विकास से समाज के सभी वर्गों खासकर किसान, हेल्थ सेवा, ट्रांसपोर्ट सेवाओं को और उपयोगी इफेक्टिव एव तेज बनाया जा सकता है. एम आई टी एस में इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया हैं.
सरकार ने ड्रोन उड़ान प्रबंधन की रूपरेखा अधिसूचित की
एम आई टी एस के निदेशक डॉ. आर के पंडित ने बताया कि भारत की तकनीकी क्षमता को बढ़ाते हुए सभी विभाग ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं. इस क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं हैं, इस मेले से अन्य विभाग भी ड्रोन का उपयोग करने की दिशा में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. ड्रोन मेले में किसान, स्कूल एवं कॉलेज के छात्र छात्राओं का समूह एवं इस क्षेत्र में शोध करने वाले शोधार्थी शामिल होंगे.
इनपुट - आईएएनएस