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Drone Fair In Gwalior किसान मित्र साबित होंगें ड्रोन, CM शिवराज का ऐलान प्रदेश में खुलेंगे 5 ड्रोन स्कूल

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Published : Dec 11, 2021, 4:01 PM IST

Updated : Dec 11, 2021, 11:04 PM IST

ग्वालियर में आज से शुरू हुए ड्रोन मेले (Drone Fair In Gwalior )में कई ड्रोन निर्माता कंपनियां शामिल हुईं हैं. मेले के आयोजन का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में ड्रोन के साथ तकनीक का प्रयोग किसानों को किस(drones are becoming farmers frinds) तरह मालामाल बना सकता है.

Drone Fair In Gwalior
किसानों के लिए मित्र साबित होंगे ड्रोन

ग्वालियर। ग्वालियर में आज से शुरू हुए ड्रोन मेले (Drone Fair In Gwalior )में कई ड्रोन निर्माता कंपनियां शामिल हुईं हैं. मेले के आयोजन का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में ड्रोन के साथ तकनीक का प्रयोग किसानों को किस तरह मालामाल बना सकता है.अभी तक किसान फसलों को नुकसान से बचाने के लिए परंपरागत तरीके से कीटनाशक और दवाओं का छिड़काव करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ कई किसान इसके लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं और आधुनिक तरीके अपना रहे हैं. जिसमें वे ड्रोन की भी मदद ले रहे हैं. यही कारण है कि ड्रोन किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण (drones are becoming farmers frinds)साबित हो रहा है. इसी उद्देश्य को लेकर मध्य प्रदेश में पहली बार ग्वालियर में ड्रोन मेले का आयोजन किया जा रहा है. मेले का शुभारंभ करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ड्रोन टेक्नीक को नई क्रांति बताते हुए प्रदेश में 5 ड्रोन स्कूल खोले जाने का एलान किया है.

किसानों के लिए मित्र साबित होंगे ड्रोन

किसानों के लिए कारगर साबित हो सकते हैं ड्रोन

परंपरागत खेती के तरीकों को आसान बनाने के लिए 30 लीटर की क्षमता वाले ड्रोन का मेले में प्रजेंटेशन भी दिया जाएगा. यह ड्रोन एक बार टंकी फुल करने पर 1 एकड़ भूमि में बड़ी आसानी और सटीकता से कीटनाशक और पेस्टीसाइड का छिड़काव कर सकते हैं. इसके अलावा मेले में ऐसे कई ड्रोन भी शामिल किए गए हैं जो कृषि के क्षेत्र में किए जाने वाले अन्य कार्यों जैसे बीज डालने या दूसरी कई चीजों में किसान मित्र साबित हो सकते हैं.

Drone Fair In Gwalior
किसानों के लिए मित्र साबित होंगे ड्रोन

अभी किसानों के लिए ड्रोन खरीदना एक बड़ी चुनौती
ड्रोन न्यू टेक्नोलॉजी के गैजैट्स हैं यही कारण है कि अभी ड्रोन खरीदना आम किसान के लिए संभव नहीं है. क्योंकि टेक्नोलॉजी नई होने की वजह से ये काफी महंगे हैं. देश का आम किसान इन्हें आसानी से नहीं खरीद सकता. लेकिन मेले में किसानों की यह परेशानी दूर करने के लिए ड्रोन कंपनियां किसानों को किराए पर लोन उपलब्ध कराने की स्कीम भी लॉंच करेंगी.इसके साथ ही बड़े किसानों को ड्रोन खरीदकर खेती किसानी के कामों में इसके इस्तेमाल को लेकर भी प्रोत्साहित किया जाएगा. मेले में कई ऐसा ड्रोन का प्रदर्शन किया जाएगा जो किसानों के लिए काफी काम के साबित हो सकते हैं. ड्रोन निर्माता कंपनियों के मालिकों का कहना है कि अभी यह टेक्नोलॉजी नई होने के कारण काफी महंगी है लेकिन किसानों को यह पसंद आने के बाद किसानों के लिए यह लोन, या सरकार के द्वारा सब्सिडी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा.

अलग-अलग प्रकार के ड्रोन की अलग अलग भूमिका
कृषि के साथ साथ दूसरे क्षेत्रों में भी ड्रोन का उपयोग कैसे किया जा सकता है मेले में आए विशेषज्ञ इस बारे में बताएंगे. मेल के उद्घाटन कार्यक्रम एक केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित तमाम मंत्री और विभागों के अधिकारी शामिल होंगे. इस ड्रोन मेले में विद्यार्थियों द्वारा डिजाइन किए गए ड्रोन के प्रदर्शन के साथ ही मेले में आए ड्रोन की नई तकनीक के बारे में जानकारी लेकर स्टूडेंट्स इसका उपयोग अपनी रिसर्च में भी कर पाएंगे. अन्य विभागों जैसे लैंड रिकॉर्ड, या जमीन के नक्शे तैयार करने में भी ड्रोन की उपयोगिता देखी गई है.पुलिस सर्विलांस में उपयोग होने वाले ड्रोन्स भी मेले में प्रदर्शित किए जाएंगें.

ग्वालियर। ग्वालियर में आज से शुरू हुए ड्रोन मेले (Drone Fair In Gwalior )में कई ड्रोन निर्माता कंपनियां शामिल हुईं हैं. मेले के आयोजन का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में ड्रोन के साथ तकनीक का प्रयोग किसानों को किस तरह मालामाल बना सकता है.अभी तक किसान फसलों को नुकसान से बचाने के लिए परंपरागत तरीके से कीटनाशक और दवाओं का छिड़काव करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ कई किसान इसके लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं और आधुनिक तरीके अपना रहे हैं. जिसमें वे ड्रोन की भी मदद ले रहे हैं. यही कारण है कि ड्रोन किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण (drones are becoming farmers frinds)साबित हो रहा है. इसी उद्देश्य को लेकर मध्य प्रदेश में पहली बार ग्वालियर में ड्रोन मेले का आयोजन किया जा रहा है. मेले का शुभारंभ करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ड्रोन टेक्नीक को नई क्रांति बताते हुए प्रदेश में 5 ड्रोन स्कूल खोले जाने का एलान किया है.

किसानों के लिए मित्र साबित होंगे ड्रोन

किसानों के लिए कारगर साबित हो सकते हैं ड्रोन

परंपरागत खेती के तरीकों को आसान बनाने के लिए 30 लीटर की क्षमता वाले ड्रोन का मेले में प्रजेंटेशन भी दिया जाएगा. यह ड्रोन एक बार टंकी फुल करने पर 1 एकड़ भूमि में बड़ी आसानी और सटीकता से कीटनाशक और पेस्टीसाइड का छिड़काव कर सकते हैं. इसके अलावा मेले में ऐसे कई ड्रोन भी शामिल किए गए हैं जो कृषि के क्षेत्र में किए जाने वाले अन्य कार्यों जैसे बीज डालने या दूसरी कई चीजों में किसान मित्र साबित हो सकते हैं.

Drone Fair In Gwalior
किसानों के लिए मित्र साबित होंगे ड्रोन

अभी किसानों के लिए ड्रोन खरीदना एक बड़ी चुनौती
ड्रोन न्यू टेक्नोलॉजी के गैजैट्स हैं यही कारण है कि अभी ड्रोन खरीदना आम किसान के लिए संभव नहीं है. क्योंकि टेक्नोलॉजी नई होने की वजह से ये काफी महंगे हैं. देश का आम किसान इन्हें आसानी से नहीं खरीद सकता. लेकिन मेले में किसानों की यह परेशानी दूर करने के लिए ड्रोन कंपनियां किसानों को किराए पर लोन उपलब्ध कराने की स्कीम भी लॉंच करेंगी.इसके साथ ही बड़े किसानों को ड्रोन खरीदकर खेती किसानी के कामों में इसके इस्तेमाल को लेकर भी प्रोत्साहित किया जाएगा. मेले में कई ऐसा ड्रोन का प्रदर्शन किया जाएगा जो किसानों के लिए काफी काम के साबित हो सकते हैं. ड्रोन निर्माता कंपनियों के मालिकों का कहना है कि अभी यह टेक्नोलॉजी नई होने के कारण काफी महंगी है लेकिन किसानों को यह पसंद आने के बाद किसानों के लिए यह लोन, या सरकार के द्वारा सब्सिडी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा.

अलग-अलग प्रकार के ड्रोन की अलग अलग भूमिका
कृषि के साथ साथ दूसरे क्षेत्रों में भी ड्रोन का उपयोग कैसे किया जा सकता है मेले में आए विशेषज्ञ इस बारे में बताएंगे. मेल के उद्घाटन कार्यक्रम एक केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित तमाम मंत्री और विभागों के अधिकारी शामिल होंगे. इस ड्रोन मेले में विद्यार्थियों द्वारा डिजाइन किए गए ड्रोन के प्रदर्शन के साथ ही मेले में आए ड्रोन की नई तकनीक के बारे में जानकारी लेकर स्टूडेंट्स इसका उपयोग अपनी रिसर्च में भी कर पाएंगे. अन्य विभागों जैसे लैंड रिकॉर्ड, या जमीन के नक्शे तैयार करने में भी ड्रोन की उपयोगिता देखी गई है.पुलिस सर्विलांस में उपयोग होने वाले ड्रोन्स भी मेले में प्रदर्शित किए जाएंगें.

Last Updated : Dec 11, 2021, 11:04 PM IST
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