ग्वालियर। नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर अतिबल सिंह यादव और उनके बेटे पर दहेज प्रताड़ना, मारपीट और धमकाने का मामला दर्ज किया गया है. डिप्टी कमिश्नर की छोटी बहू रेखा ने पुलिस को इसकी शिकायत की है कि उनके ससुर यानी की डिप्टी कमिश्नर और उनका बेटामायके से 20 लाख रुपए लाने की मांग कर रहे हैं. जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो घर पर उन्हें भूखा रखा जा रहा है. बहू की शिकायत पर पुलिस ने अतिबल सिंह और उनके दो बेटों पर मामला दर्ज किया है. अतिबल सिंह यादव का नाम व्यापमं कांड में भी चर्चित रहा था, तब वे फरार भी रहे थे.(Dowry Harassment Case)
90 लाख खर्च करवाए अब 20 लाख की मांग: शहर के थाटीपुर थाना इलाके में रहने वाली 19 वर्षीय रेखा यादव की शादी 30 जून 2020 को अतिबल सिंह के बेटे अरुण यादव के साथ हुई थी. रेखा का कहना है कि उसके पिता ने सगाई पर 10 लाख रुपए और शादी में 15 लाख रुपए नकद दिए थे. इसके साथ ही एक क्रेटा कार, अरुण को सोने का ब्रेसलेट और अन्य गहने व पूरे परिवार को सोने की अंगूठियां सहित करीब 90 लाख रुपए खर्च किए थे, लेकिन जब वे ससुराल पहुंची तो कुछ दिन बाद ही उसे कम दहेज लाने के ताने सुनने को मिलने लगे. ससुर अतिबल यादव, पति अरुण यादव, सास सुमन यादव, जेठ वरुण यादव, जेठानी गौरी कम दहेज लाने के लिए उलाहना देते थे.(Dowry Harassment Case on Gwalior Deputy Commissioner)
पति करता था मारपीट: पीड़िता रेखा ने पुलिस को बताया कि शादी के एक साल बाद से ये लोग दहेज के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं. मांग पूरी ना करने पर ये रोज प्रताड़ित करते हैं, और मायके छोड़ने की धमकी देते हैं. रेखा ने पति अरुण यादव पर शराब के नशे में उससे मारपीट करने का आरोप भी लगाया है. रेखा ने कहा कि पति कहता है कि अगर 20 लाख रुपए नहीं आए तो ससुराल में नहीं रखेगा. पति, ससुर और परिवार जनों से परेशान होकर पीड़ित रेखा ने पुलिस में यह शिकायत की है. रेखा यादव इंजीनियर हैं, उनके पति अरुण यादव डॉक्टर हैं. रेखा के पिता एडवोकेट हैं.
घर में छोड़ गए और बिजली काट कर घूमने चला गया परिवार : रेखा की शिकायत में यह भी बताया है कि जब इन लोगों की मांग पूरी नहीं हुई तो 18 अगस्त 2021 को उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया. इसके बाद से वह अपने मायके में रही. फरवरी 2022 को वे वापस अपने ससुराल पहुंची, लेकिन सभी ने मिलकर फिर उसे प्रताड़ित किया. उसे छोड़कर तीन-चार दिन के लिए पूरे परिवार वाले बाहर चले गए और बिजली कटवा गए, और खाने के लिए भी कुछ नहीं दिया. इसके बाद फिर रेखा को घर से निकाल दिया गया, इससे परेशान होकर उसने महिला थाने में मामले की शिकायत की.
एफआईआर दर्ज करने से कतरा रहा था प्रशासन: रेखा ने प्रशासन पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी शिकायत के बाद भी पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की. ससुर नगर निगम में डिप्टी कमिश्नर होने की वजह से कई राजनीतिक दबाव भी आए, लेकिन बड़ी मशक्कत के बाद अब पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि बहू ने अतिबल सिंह, बेटे और उनके परिवार पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया था. इस पर मामला दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है.
डिप्टी कमिश्नर ने पुलिस पर उठाए सवाल, सोशल मीडिया पर बेटे को न्याय दिलाने की अपील की
व्यापमं में भी सामने आ चुका है नाम: नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर अतिबल सिंह यादव का नाम व्यापमं कांड में भी उछल चुका है. बेटे को सॉल्वर के जरिए प्री मेडिकल टेस्ट पास कराने पर उनके खिलाफ जांच हुई थी. इस दौरान वे करीब एक महीने तक फरार भी रहे थे. बाद में पूरा मामला शांत हो गया था. वहीं छोटी बहू की शिकायत पर पुलिस का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है, जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.