ग्वालियर। भले ही पड़ोसी राज्यों में ढाई महीने से बंद पड़ी परिवहन सेवाओं की बसों का संचालन शुरू कर दिया गया हो लेकिन, मध्यप्रदेश में यह संचालन अनलॉक फेज वन में भी बंद है. दरअसल, बस ऑपरेटर अप्रैल मई और जून का टैक्स माफ करने की मांग रहे हैं, क्योंकि उनकी बसें संचालित नहीं हुई है और खड़ी रही हैं. लेकिन सरकार बस मालिकों से कोरोना संक्रमण काल में बंद हुई बसों के टैक्स वसूली के लिए दबाव बना रही है, जिस कारण अभी तक प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू नहीं हो पाया है.
बस संचालकों ने की टैक्स में छूट की मांग
बस ऑपरेटर्स अब टैक्स में छूट की मांग कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं की जिसके चलते ग्वालियर में बसों का संचालन ठप हो गया है. बसों के संचालन नहीं होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, साथ ही बड़ी संख्या में बसों के ड्राइवर और कंडक्टर के सामने रोजी-रोटी का संकट भी गहराता जा रहा है.
परिवहन अधिकारी ने दिया सरकार को प्रस्ताव
इस मामले में परिवहन विभाग का कहना है कि बस ऑपरेटर 3 महीने का टैक्स माफ करने की बात पर अड़े हैं. बस मालिकों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है. यदि शासन इस प्रस्ताव को मंजूर कर लेता है तो बस मालिकों का टैक्स माफ हो जाएगा.
सरकार का अपना पक्ष
सरकार का मानना है कि प्रवासी मजदूरों का पलायन होने के बाद ग्वालियर से हजारों की तादाद में मजदूरों को उनके ठिकानों तक बसों भेजा गया, इसके एवज में सरकार ने उन्हें भुगतान भी किया है. इसलिए बस ऑपरेटर को टैक्स में रियायत नहीं दी जा सकती. जबकि बस ऑपरेटर टैक्स माफी की बात पर अड़े हैं.