ग्वालियर। नगर निगम प्रशासन की ओर से एक साल पहले शहर के फूलबाग इलाके में लगाए गए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट सफेद हाथी साबित हो रहा है. ये प्लांट अपने उद्देश्यों की पूर्ती नहीं कर पा रहा है. एक एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी प्लांट से पर्याप्त मात्रा में ट्रीट किया हुआ पानी नहीं मिलने से स्थानीय बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने नाराजगी जताते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
ग्वालियर के महापौर रहते हुए सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने ग्वालियर के स्वर्ण रेखा नाले में बहने वाले गंदे पानी को ट्रीट करके उसे स्वर्णरेखा के बोट क्लब और बैजाताल में भरने के लिए दो करोड़ की लागत से एसटीपी प्लांट लगवाया था. दावा किया गया था कि रोजाना एक एमएलडी साफ पानी इन तालों को भरने के लिए निगम को मिलेगा. लेकिन अब एक एमएलडी से कम पानी इस प्लांट से मिल पा रहा है.
इसी मामले में सांसद शेजवलकर ने नाराजगी जताई है और पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है. बताया जा रहा है कि स्वर्णरेखा नाले के गंदे पानी को इस प्लांट के जरिए साफ करके बोट क्लब में भरा जाएगा, लेकिन अभी सिर्फ बैजाताल में ही यह पानी भरा जा रहा है. मामले में निगम प्रशासन का कहना है कि उनका एसटीपी प्लांट सही काम कर रहा है. सांसद के आरोप को उन्होंने खारिज कर दिया.