देवास। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पीएम ने हर गरीब को अपना मकान देने की योजना बनाई है, वहीं इस योजना पर अब तक सरकार ने करोड़ों-अरबों रुपये खर्च कर दिए लेकिन ब्रोकर और अधिकारियों की सांठगांठ के चलते इस योजना का पात्र लोग अब भी लाभ नहीं उठा पाए हैं. नतीजतन अपात्र लोग इस योजना का भरपूर लाभ उठा रहे हैं, कई हितग्राहियों ने अपने घर किराए पर लगा दिए हैं तो कई हितग्राहियों के एक ही परिवार के 5 लोगों में से सभी के नाम पर घर आवंटित कर दिया गया. (PM Awas Yojana)
गलत तरीके से आवंटन लेने वालसों पर होगी कार्रवाई: देवास कमिश्नर बोले, ''आवंटन कई लोगों के हुए है तो उसकी जांच करवाई जा रही है, वहीं यह भी शिकायत मिली थी की कई लोग किराए से मकानों को दे रहे हैं. ऐसे में अगर यह सही निकलता है तो जिन्होंने गलत तरीके से आवंटन लिया है तो उनपर कार्रवाई की जाएगी." इसके साथ ही कमिश्नर ने कहा कि, "एक ही व्यक्ति के नाम से आवंटन होने के चलते हम एक से अधिक आवंटन कर नहीं सकते. यह हो सकता है उसने अलग-अलग नाम से आवंटन किए हो, तो अगर ऐसा होता है तो हम जांच करेंगे. उसमें गलत होता है तो कार्रवाई होगी."
भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने सर्वे में किया खुलासा: देवास के चाणक्यपुरी के समीप नगर निगम द्वारा बनाई गई मल्टियों में मकान आवंटन को लेकर पहले ही दिन से सवाल उठने लगे हैं, अब भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष जुगनू गोस्वामी ने एक बार फिर इस मामले को उठाया है. इतना ही नहीं पिछड़ा वर्ग मोर्चा की टीम ने मल्टी के हर घर पर जाकर सर्वे किया और यह पता लगाने का प्रयास किया कि आखिरकार जो परिवार घर में रहते हैं, वह घर उनका है या फिर किराये पर ही चल रहे हैं. प्रारंभिक सर्वे में यह बात सामने आई है कि एक ही व्यक्ति ने अलग-अलग नाम पर 7 मकान आवंटित करवा रखे हैं. ऐसे कर एक-दो नहीं कई लोग शामिल हैं, जिन्होंने दो या इससे अधिक मकान आवंटित करवा रखे हैं.
किराए पर रह रहे हैं पात्र लोग: स्थानीय लोगों का कहना है कि, "हमने 25 हजार जमा कर कई सालों से यहां रह रहे हैं, उसके बावजूद भी हम इधर आवंटित नहीं किए गए. हमारे जैसे कई लोग यहां पर किराए से रहने पर मजबूर हैं, जबकि हम पात्र लोग हैं."