देवास(Dewas)। किसी भी काम को सीखने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती है. यह बात बिलकुल सटीक बैठती है देवास की 90 साल की रेशम बाई पर. देवास के बिलावली गांव में रहने वाली रेशम बाई ऐसे कार चलाती हैं, जैसे कोई अनुभवी ड्राइवर कार चला रहा हो. कार सीखने का जुनून उनपर ऐसा सवार हुआ था कि महज तीन महीने में उन्होंने ड्राइविंग (Driving) सीख ली. सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने खुद ट्वीट कर 90 साल की दादी की सराहना की है.
तीन महीने में सीखी ड्राइविंग
अपनी पोती को कार चलाता देख रेशम बाई ने भी बेटों से कार चलाने की मंशा जाहिर की. इस दौरान कई बार उनके बेटों ने समझाया कि कार मत चलाओ. लेकिन रेशम बाई नहीं मानीं. इसके बाद उनके छोटे भाई ने उन्हें ड्राइविंग सिखाई. दादी के परिवार वालों का कहना है कि उन्हें गैजेट्स से भी काफी लगाव है. लोगों को मोबाइल चलाते देख रेशम को भी टच स्क्रीन मोबाइल चलाने की इच्छा हुई, इसलिए उन्हें एंड्रॉइड मोबाइल भी दिलवाया गया.
दादी की लगन को सीएम शिवराज ने सराहा
सीएम शिवराज ने भी रेशम बाई की सराहना की. ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, 'दादी मां ने हम सभी को प्रेरणा दी है कि अपनी अभिरुचि पूरी करने में उम्र का कोई बंधन नहीं होता है. उम्र चाहे कितनी भी हो, जीवन जीने का जज़्बा होना चाहिए'.
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दादी मां ने हम सभी को प्रेरणा दी है कि अपनी अभिरुचि पूरी करने में उम्र का कोई बंधन नहीं होता है।
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उम्र चाहे कितनी भी हो, जीवन जीने का जज़्बा होना चाहिए! https://t.co/6mmKN2rAR2
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10 साल पहले चलाती थीं ट्रैक्टर
90 साल की रेशम बाई 10 साल पहले ट्रैक्टर भी चलाती थीं. इतनी उम्र होने के बाद भी वह अपना सारा काम खुद करती है. सुबह-सुबह जल्दी उठकर नहाने के बाद सबसे पहले पूजा करने मंदिर जाती हैं. उसके बाद खेती करती हैं. रेशम बाई के 4 बेटे और 2 बेटियां भी हैं, सभी शादीशुदा हैं. खास बात यह भी है कि रेशम बाई दादी, नानी, मां और सास का दायित्व निभा रही हैं.