भोपाल। झीलों का शहर भोपाल, गैस त्रासदी के बाद दूसरा दर्द झेल रहा है. तो वहीं मिनी मुंबई यानी इंदौर में हालात बेकाबू हो गए हैं. इन सब के बीच छिंदवाड़ा और शाजापुर में कोरोना की आंधी चल रही है. जिसे रोक पाना संभव होता नहीं दिखाई दे रहा है. लगभग हर कोविड वार्ड के बिस्तर, कम पड़ते जा रहे हैं. लेकिन मरीजों की संख्या घट नहीं रही है. आनन-फानन में सीएम शिवराज सरकार ने कई जिलों में लॉकडाउन की ऐलान किया. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने इसकी आधिकारिक घोषणा की.
- छिंदवाड़ा में क्यों लगाया गया लॉकडाउन ?
छिंदवाड़ा को कोरोना का केंद्र भी कहा जा सकता है. क्योंकि छिंदवाड़ा जिला महाराष्ट्र और नागपुर के बॉर्डर पर है. यहां से लोगों का महाराष्ट्र और नागपुर आना-जाना लगा रहता है. कोई मेडिकल ट्रिटमेंट के लिए जाता है. तो कोई रोजगार की तलाश में बॉर्डर पार करता है. महाराष्ट्र और नागपुर में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने छिंदवाड़ा का रूख किया. जिससे ये बीमारी गांव-गांव तक फैल गई है. अचानक कोरोना के लक्षण सामने आने के बाद लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. हालात ये हैं. कि रोजाना 70 से ज्यादा मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. हालात बेकाबू होता देख, जिला कलेक्टर ने अचानक टोटल लॉकडाउन की घोषणा कर दी.
- रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी कमी
प्रदेश के साथ-साथ छिंदवाड़ा में भी रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहा है. रेमडेसिविर की कमी के कारण इंजेक्शन की कालाबाजारी भी खूब हो रही है. ब्लैक में भी लोगों को इंजेक्शन नहीं मिल रहा है. जहां मिल भी रहा है. उसे दुकानदार चार गुना से भी अधिक दाम पर बेच रहे हैं. छिंदवाड़ा में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी को देखते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ ने जरुरतमंदों के लिए 240 रेमडेसिविर इंजेक्शन भेजी है. वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की फिर से खरीदी करने की बात कही है.
- सीमाएं सील लेकिन दौड़ रही पैसेंजर ट्रेनें ?
छिंदवाड़ा में नागपुर और महाराष्ट्र की सीमाओं को सील कर दिया गया है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि पैसेंजर ट्रेनें पटरियों पर दौड़ रही हैं. ट्रेन के जरिए बड़ी संख्या में लोग महाराष्ट्र और नागपुर से छिंदवाड़ा लौट रहे हैं. यही नहीं थर्मल स्क्रीनिंग भी नहीं की जा रही है. ऐसे में एक तरफ सीमाएं सील और दुसरी तरफ ट्रेनों से आवाजाही कोरोना के चेन को नहीं तोड़ पा रही है. ऐसे मरीजों की संख्या तेजी बढ़ रही है. वहीं 10 अप्रैल को छिंदवाड़ा से दिल्ली के रोहिल्ला जाने वाली पातालकोट एक्सप्रेस भी शुरू हो रही है. जिससे संक्रमण और भी फैल सकता है.
- छिंदवाड़ा में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में रोजाना लगभग 70 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. अब तक 4 हजार 157 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. जिले में अब तक 65 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या 506 तक पहुंच गई है. ये चौकाने वाले सरकारी आंकड़े हैं.
- आज रात 8 बजे से 16 अप्रैल 6 बजे तक टोटल लॉकडाउन
छिंदवाड़ा जिला कलेक्टर ने अचानक आपात बैठक बुलाई और पूरे जिले में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया. कलेक्टर ने कहा सभी नगरीय क्षेत्रों में आज रात आठ बजे से सात दिनों के लिए लॉकडाउन लागू हो जाएगा. कलेक्टर ने कहा कि अब संक्रमण गांवों में भी फैल रहा है, इसलिए यह फैसला लेना पड़ा है. 7 दिनों में किसी को भी कोई परेशानी न हो, इसका पूरा ख्याल रखने की बात कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने कही है, उन्होंने कहा है कि घरेलू उपयोग से संबंधित सामग्री की होम डिलीवरी सुनिश्चित होगी. साथ ही हाथ ठेला से अन्य खाद्य पदार्थ सप्लाई की जाएगी.
- हेल्प लाइन नंबर होगा जारी
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने कहा कि कुछ हेल्प लाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे, जिसके माध्यम से यदि किसी को कोई असुविधा हो, तो वो हेल्प नंबर पर संपर्क करके अपनी परेशानी बता सकता है. छिंदवाड़ा जिला में 7 दिनों के लिए लॉकडाउन रहेगा. यह लॉकडाउन 8 अप्रैल की रात 8 बजे से लागू होगा.
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- बिना कारण घर से निकलने पर होगी कड़ी कार्रवाई
लॉकडाउन के दौरान बिना मास्क और बिना कारण घरों से निकलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि छिंदवाड़ा महाराष्ट्र से सटा हुआ जिला है, ऐसे में वहां से खूब आवाजाही होती है। इसकी वजह से शहर में संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी कारण प्रशासन ने यह कठोर फैसला लिया है। लॉकडाउन के दौरान कोरोना की टेस्टिंग भी बढ़ाई जाएगी।
- छिंदवाड़ा में ऑक्सीजन की स्थिति
छिंदवाड़ा में तेजी से बढ़ते मरीजों के बीच ऑक्सीजन की कमी हो सकती है. क्योंकि जिस तरह मरीज रोजाना सामने आ रहे हैं. उसे देख यही लगता है. कि आने वाले दिनों में जिले में ऑक्सीजन की भारी कमी होने वाली है.
- शाजापुर में क्यों लगा लॉकडाउन ?
शाजापुर जिले में अचानक कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ. जिसके बाद कलेक्टर ने लॉकडाउन लगाने के लिए गृहमंत्रालय को पत्र लिखा. लेकिन कोई जवाब न आने और मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण कलेक्टर ने आपात बैठक बुलाई और टोटल लॉकडाउन का ऐलान कर दिया. कोरोना का तेजी फैलने का कारण प्रशासन की लापरवाही को माना जा रहा है. क्योंकि जब कोरोना की दूसरी लहर आई तब, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कराया जा रहा था.
- शाजापुर में कोरोना संक्रमण की स्थिति
शाजापुर जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति डरावनी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यहां रोजाना करीब 47 मरीज सामने आ रहे हैं. जो बेहद ही चिंताजनक है. अब तक जिले में 2 हजार 400 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. जबकी मरने वालों का आंकड़ा 27 के पार है. ऐसी स्थिति में कलेक्टर ने यहां लॉकडाउन की घोषणा कर दी है.
- रात 8 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक टोटल लॉकडाउन
शाजापुर जिले में बुधवार रात से लेकर शनिवार सुबह 6 बजे तक टोटल लॉकडाउन लगा दिया है. सीएमएचओ डॉ राजू निदारिया का कहना है कि कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन का फैसला लिया गया है. वहीं बस, ट्रेन और अन्य सेवाओं पर भी रोक लगा दिया गया है. हालांकि जरुरी सेवाएं जारी रहेंगी. ताकि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो. कोरोना के लगातार नए मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है. हालात ये हैं कि अस्पतालों में बेड तक खाली नहीं है. कई मरीजों को रेफर भी किया जा रहा है.
- ऑक्सीजन की स्थिति
जिले में ऑक्सीज की स्थिति ठीक नहीं है, मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते जरुरतमंद लोगों को ही ऑक्सीजन दिया जा रहा है. सीएमएचओ डॉ राजू निदारिया का कहना की ऑक्सीजन की अगर कमी होगी, तो आस-पास के जिलों से व्यवस्था की जाएगी. ऑक्सीजन की फिलहाल कमी नहीं है. क्योंकि सिर्फ जरुरतमंद लोगों को ही ऑक्सीजन दी जा रही है. इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार है.
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ज्यादा संक्रमित मरीजों को दी जा रही रेमडेसिविर इंजेक्शन
शाजापुर में कोरोना ने तेजी से रफ्तार पकड़ ली है. ऐसे में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी मांग बढ़ गई है. जिससे जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी हो गई है. सीएमएचओ का कहना है कि अभी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी नहीं है. क्योंकि बहुत जरुरी होने पर ही मरीजों को यह इंजेक्शन दिया जा रहा है. अगर जरुरत पड़ी तो रेमडेसिविर इंजेक्शन की व्यवस्था की जाएगी.