छिंदवाड़ा। सिंगोड़ी में रहने वाली दो मासूम बच्चियों ने अपनी जिंदगी का पहला रोजा रखकर खुदा से कोरोना महामारी दूर करने के लिए दुआएं मांगी हैं. गुलशन बानो महज 7 साल की हैं और गुलनाज मिस्किनी 8 साल की, दोनों चाहती हैं कि, जल्द इस महामारी का प्रकोप खत्म हो और लॉकडाउन हटे, ताकि वो और उस जैसे कई बच्चे स्कूल जा सकें.
परिजन बताते हैं, 'कल सुबह हम लोगों के साथ उठते ही उसने सहरी की और कहा कि रोजा रखना चाहती है, पहले तो यकीन नहीं हुआ, इतनी छोटी बच्ची और रोजा कैसे रख सकेगी.' बेटियों का दिल रखने के लिए उसके माता-पिता ने हामी भर दी, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनकी बेटी सच में पूरे दिन रोजा रख पाएंगी.'
जब दोनों से अचानक रोजा रखने की वजह जाननी चाही, तो दोनों ने बताया कि कोरोना को दूर करने के लिए अल्लाह से दुआ करेंगी. भारत से और पूरी दुनिया से कोरोना जैसी भयंकर बीमारी चली जाए. दोनों को इस बात का पूरा यकीन है कि, खुदा उनकी दुआ जरूर कुबूल करेंगे. रोजा रखने के साथ ही दोनों बेटियां परिवार के साथ सभी टाइम की नमाज अता करती हैं और शिद्दत और नियम से रोजा रख रही हैं.