छिंदवाड़ा। 2023 विधानसभा चुनाव में भाजपा, कमलनाथ को छिंदवाड़ा में ही घेरने की तैयारी कर रही है. इसके लिए प्रदेश भाजपा ने मंत्रियों, सांसदों, पूर्व सांसदों सहित कद्दावर नेताओं को छिंदवाड़ा की 7 विधानसभा सीटों पर तैनात कर दिया है. सभी नेताओं को प्रत्येक विधानसभा में जीत दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
दो मंत्री, दो सांसद सहित तीन दिग्गज के हाथों में कमान: छिंदवाड़ा में कमलनाथ को घेरने और भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए प्रत्येक विधानसभा में दिग्गज नेताओं को तैनात किया है. जिसमें दो मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री, दो सांसद, दो आयोग के अध्यक्ष और 1 पूर्व सांसद हैं. छिंदवाड़ा विधानसभा की जिम्मेदारी प्रदेश के कृषि विकास व जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल को, चौरई विधानसभा का प्रभार राज्य के जल संसाधन राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे को, तो वहीं परासिया विधानसभा की जिम्मेदारी होशंगाबाद-नरसिंहपुर के सांसद राव उदय प्रताप सिंह को दी गई है. सौंसर विधानसभा की जिम्मेदारी बालाघाट-सिवनी के सांसद ढालसिंह बिसेन को, अमरवाड़ा की जिम्मेदारी पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष व पूर्व प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन को, पांढुर्णा की जिम्मेदारी बैतूल के पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल और जुन्नारदेव की जिम्मेदारी सीएम के करीबी व राज्यसभा निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे को सौंपी गई है.
सातों विधानसभा और और लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा: 2018 के विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा में भाजपा ने खाता भी नहीं खोल पाई थी सातों विधानसभा सीट में कांग्रेस का कब्जा हुआ था और फिर लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे सांसद नकुल नाथ ने जीत दर्ज की थी। 7 में से 3 सीटों पर कांग्रेस ने नए चेहरों पर 2018 में दांव लगाया था जबकि 4 सीटों पर पुराने चेहरे रिपीट किए गए थे इस बार भी कमलनाथ का फोकस छिंदवाड़ा पर ज्यादा है हर माह छिंदवाड़ा आकर वे कार्यकर्ताओं की बैठक लेते हैं और लोगों की समस्या भी सुन रहे हैं साथ ही छिंदवाड़ा जिले में किसी तरीके की कमी ना रहे इसलिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।