छिंदवाड़ा। प्रदेश में किसानों को बेमौसम बरसात और कोविड महामारी के चलते काफ़ी नुकसान झेलना पड़ा है. इस समस्या को ध्यान में रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में स्थानीय कांग्रेस सक्रिय भूमिका में नज़र आ रही है. किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं और किसानों के लिए मुआवजे की मांग की है.
कृषि विभाग को अब तक नहीं मिला कोई लक्ष्य - जिला कांग्रेस
जिला कांग्रेस नेताओं के अनुसार कृषि विभाग को अभी तक बीजों के लिए कोई निर्धारण या लक्ष्य नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि अब बारिश का मौसम पास आ गया है. इस समय किसानों को सोयाबीन, मक्के के बीज के साथ ही अन्य बीजों की भी आवश्यकता पड़ती है. लेकिन समस्या ये है कि बीजों को लेकर अभी तक कृषि विभाग से कोई लक्ष्य नहीं मिला है. नतीजतन सोयाबीन, मक्का, ज्वार, धान के बीज किसानों को महंगी कीमतों पर बाहर से खरीदना पड़ रहा है.
खरीदी केंद्रों में बारदाना की कमी और बेमौसमी बारिश से भीगा किसानों का गेहूं
आपदा के चलते सब्जी उत्पादक किसानों को हुआ नुकसान
कांग्रेस ने बताया कि विगत एक साल से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. कोरोना काल, कोरोना कर्फ्यू और प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की सब्जियां काफी खराब हुईं. ऐसा दौर भी आया जब कुछ किसानों ने अपने खेतों में ही सब्जियां छोड़ दी तो वहीं कुछ ने तोड़ कर सड़क पर फेंक दीं. नुकसान इतना हुआ कि वो लागत भी वसूल नहीं पाए. कांग्रेस की मांग है कि इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तुरंत सर्वे कर किसानों मुआवजा दिया जाए.
बिजली बिल माफ़ी पर सीएम को सौंपा ज्ञापन
किसानों के नुकसान का सर्वे कर जल्द मुआवजा मिले साथ ही किसानों के बिजली बिल भी माफ हो इसे लेकर कांग्रेस ने मांग उठाई है वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द किसानों के हितों की ओर ध्यान देने की मांग की है.