छिन्दवाड़ा। छिन्दवाड़ा के हर्रई विकासखंड के कई गांवों में डायरिया का प्रकोप लगातार बढ़ने से लोगों में दहशत का माहौल है. ब्लॉक के कुंडाली गांव में बीते तीन दिनों में 58 लोग उल्टी-दस्त के शिकार हुए हैं. इसका कारण दूषित पानी व खाने की वजह से संक्रमण फैलना बताया जा रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमितों के उपचार में जुट गई है. (people infected diarrhea)
आदिवासी अंचलों में डायरिया का प्रकोप:जिले की सामरडोह पंचायत में पांच गांव शामिल हैं जिनमें कुंडाली, खाखरवानी,मटिया सामरडोह,बलबुड्ढी की कुल जनसंख्या 1500 से ऊपर है. इन गांवों में नलजल योजना संचालित नहीं है. यहां के रहवासी पानी के लिए सप्लाई हेडपम्प, बोर व कुएं पर निर्भर हैं. डायरिया से संक्रमित गांव के कुछ लोग अस्पताल तो पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां पर भी उन्हें उचित इलाज नहीं मिल रहा है. (Chhindwara Tribal Areas diarrhea) (MP outbreak diarrhea )
प्रशासन की लापरवाही: गांव में बीमारियों के पीछे अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई है. अगर पीएचई विभाग पानी की व्यवस्था समय पर कर देता तो इन गांव के आदिवासियों को बीमारियों से नहीं जूझना पड़ता. आदिवासी अंचलों में हर साल यही हालात होते हैं. बारिश के मौसम में गांव में डायरिया और दूसरी बीमारियां फैल जाती हैं. इसका कारण है कि प्रशासनिक अमला पहले से ही अपनी तैयारियां नहीं रखता है और अब कई प्रकार के बहाने बनाते नजर आ रहे हैं. हालांकि, लगातार बढ़ रही बीमारी से लोगों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने साफ आरोप लगाया है कि उन्हें ठीक से साफ पीने का पानी तक नहीं मिलता है. इसी वजह से मजबूरी में वे गंदा पानी पीते हैं और बीमारी का शिकार हो रहे हैं.(MP health department)