छिंदवाड़ा। जेल में बंद कैदियों की बीमारी का हवाला देकर कैदी के परिजनों को डिजिटल तरीके से ठगने का मामला सामने आया है. इसके लिए जेल अधीक्षक ने कैदियों के परिजनों से ऐसे जालसाजों से बचने के लिए अपील की है. परिजनों से ठगों ने ऑनलाइन वसूली की है. (Chhindwara Crime News) (Chhindwara Prisoners families cheated digitally)
जेल में बंद कैदियों के परिजनों से लूट: जैसे-जैसे डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ता जा रहा है, वैसे वैसे ही ठगी के नए तरीके भी आए दिन सामने आते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला छिंदवाड़ा में जिला जेल में बंद कैदियों के सामने आया है. यहां पर उनके परिजनों को फोन करके ठगों ने ये बताया है कि आपका जो संबंधी जेल में बंद था उसको चोट लग गई है. उसको तुरंत खून की आवश्यकता है. आपको क्यूआर कोड भेजा जा रहा है. इस पर जल्द पेमेंट कर दीजिए. इनमें से कुछ लोगों ने जल्दबाजी में भुगतान भी कर दिया.
जेल अधीक्षक ने परिजनों से की अपील: कैदियों के संबंधियों और आम जनता को आगाह भी किया कि इस तरह का फोन आने पर किसी तरह का भुगतान ना करें. इस मामले को लेकर पुलिस को जल्द से जल्द सूचित करें. जेल अधीक्षक यजुवेंद्र वाघमारे ने बताया कि हमने सभी कैदियों और उनके संबंधियों को यह बात से अवगत करा दिया है. जेल प्रबंधन की तरफ से ऐसी कोई सूचना नहीं भेजी गई है. सभी कैदी स्वस्थ हैं.
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क्यूआर कोड पर परिजनों ने किया भुगतान: दो लोगों द्वारा क्यूआर कोड पर भुगतान किया गया है. एक संबंधी द्वारा 5 हजार 250 रुपए ठगों को ट्रांसफर भी कर दिए गए हैं. जेल अधीक्षक ने जेल में बंद कैदियों के परिजनों से अपील की है कि अगर ऐसे भी कोई फोन उनके पास आते हैं, तो भी जेल प्रबंधन से शिकायत कर सकते हैं या संबंधित थाने में सूचित करें क्योंकि ऐसा किसी भी तरीके से कैदियों के परिजनों से पैसा नहीं दिया जाता है.