छिंदवाड़ा। इस पर्यटन दिवस पर छिंदवाड़ा जिले को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व गेट की सौगात मिल रही है. देलाखारी सीताडोंगरी होते हुए नेशनल पार्क का नया गेट खुल रहा है. जिसके बाद अब छिंदवाड़ा जिले से भी सतपुड़ा नेशनल पार्क में एन्ट्री मिलेगी. टाइगर रिजर्व गेट के साथ अब जिला दो नेशनल पार्क से जुड़ जाएगा और इन क्षेत्रों में आने वाली पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. जिसका फायदा इस क्षेत्र के लोगों को मिलेगा और पर्यटन के क्षेत्र में खुशहाली के द्वार खुल जाएंगे.
पातालकोट के साथ अब बाघ के भी होंगे दीदार: पार्क का गेट खुलने के कारण जिले से जुड़े हुए तानिया, पातालकोट सहित अन्य स्थानों में आने वाले पर्यटकों को इन स्पॉटों के अलावा अब नेशनल पार्क पहुंचना आसान होगा. अब तक तामिया, पातालकोट सहित आसपास के पर्यटन क्षेत्रों को देखने पर्यटक आते हैं. लेकिन नेशनल पार्क का गेट खुलने के बाद जिले में नया स्पॉट भी जुड़ गया है.
2 नेशनल पार्क से जुड़ जाएगा छिंदवाड़ा: सतपुड़ा नेशनल पार्क का गेट बनने के बाद छिंदवाड़ा जिला 2 नेशनल पार्कों से जुड़ जाएगा. इसके पहले सिवनी जिले के पेंच नेशनल पार्क का गेट जुमतरा में है. देलाखारी सीताडोंगरी का गेट बनने से सतपुड़ा नेशनल पार्क में खुल जाएगा. इस गेट से छिंदवाड़ा तामिया के पर्यटक देलाखारी सीताडोंगरी से डूडीगांव के रास्ते पार्क में प्रवेश कर सकेंगे और पार्क के जंगली जानवरों के दीदार कर सकेंगे.
ये स्पॉट हो जाएंगे खास: तामिया से तकरीबन दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित लाख संवर्धन योजना अंखावाडी, तामिया से आठ किलोमीटर दूर बहेड़ावन, यहां पर बेहड़ा प्रजाति के वृक्ष और हर्रा आंवला होता है. तामिया से तकरीबन एक किलोमीटर दूर चीड़ प्वाइंट है. यहां पर जिम्नोस्पर्म प्रजाति के पाईनस का वृक्षारोपण 1960 में फारेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ने किया था. तामिया से दो किलोमीटर दूरी पर स्थित छोटा महादेव, हर्बेरियम, लाइकेन जोन बटरफ्लाई पार्क हैं. छोटे महादेव में बारहमासी बहने वाला झरना प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है. तामिया से एक किलोमीटर दूरी पर स्थित वल्चर पाईंट सहित अलग-अलग स्पॉट हैं.
रोजगार के बढ़ेंगे अवसर: जिले के तामिया, पातालकोट, रातेड, झिंगरिया फॉल, सतधारा सहित दर्जनों पर्यटन स्थल है. अब तक देश-विदेश से यहां पर्यटक इन स्थलों को देखने आते हैं. लेकिन अब सतपुड़ा पार्क का गेट होने के कारण यहां जाना आसान होगा. इसके अलावा राजाखोह, कारेआम, रातेड़, चिमटीपुर, देवखोह, सतधारा जैसे स्पॉट है जिसे लोग देखने आते हैं. पर्यटकों की संख्या बढ़ने के साथ यहां पर रोजगार के रास्ते खुलेंगे. वहीं लंबे समय से एडवेंचर कैंप के जरिए और यहां होने वाले वनोपज का जरिया भी रोजगार से जोड़ता है.
होम स्टे योजना से लोगों को रोजगार के लिए किया जा रहा तैयार: जिला पंचायत सीईओ हरेंद्र नारायण ने बताया कि सतपुड़ा नेशनल पार्क का गेट खुलने से जिले के तामिया पातालकोट क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. हम प्लानिंग कर रहे हैं ताकि क्षेत्रीय लोगों को रोजगार मिल सके. शासन की होम स्टे योजना से लोगों को जोड़ने और अन्य लोगों को गाइड की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी. पश्चिम वनमंडल के डीएफओ ईश्वर जरांडे ने बताया कि सतपुड़ा नेशनल पार्क का गेट खोलने के लिए सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इस गेट के खुलने के साथ ही जिले के अन्य पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी.
(Satpura National Park) (Tigers will be seen from Chhindwara) (Satpura Tiger Reserve Gate gifted to Chhindwara)