छिंदवाड़ा। चैत्र नवरात्र का पर्व शनिवार से शुरू हो गया है. इस पर्व में जहां फूलों से बाजार गुलजार रहने चाहिए थे, लेकिन इस साल फूल मार्केट में सन्नाटा पसरा हुआ है. इस पावन अवसर पर फूल बाजार में कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद भी सन्नाटा पसरा रहा. आलम ये है कि बाजार में कुछ ही ऐसे दुकान हैं जो थोड़े बहुत फूल लेकर उसका माला बनाकर बेच रहे हैं.
भीषण गर्मी का फूल बाजार पर दिखा असर: गर्मी के मौसम आते ही इसने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. दिन के समय में सड़कों पर लोग ने निकलना काफी कम कर दिया है. वहीं गर्मी का असर फूल मार्केट में भी दिखाई दे रहा है. कड़ाके की धूप की वजह से खेतों में ही ज्यादातर फूल झुलस जा रहे हैं. इसकी वजह से किसानों को बहुत नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना की वजह से किसानों के फूल दो साल में कम बिके थे, और इस साल भी इस गर्मी की वजह से फूल मार्केट में सन्नाटा पसरा है. Chhindwara effect of summer on flower market)
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फूलों पर महंगाई की मार: गेंदे फूल की बड़ी संख्या में त्योहारों के समय में मांग रहती है, लेकिन इस साल महंगाई की मार का इसपर असर देखने को मिल रहा है. पहले जो फूल 10-20 रुपए किलो उपलब्ध हो जाते थे, अब वही फूल की कीमत इस साल 200 रुपए किलो हो गई है. दरअसल पेट्रोल डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, इसकी वजह से ट्रांसपोर्ट काफी महंगा हो गया है, और इसी के चलते फूलों के रेट भी आसमान छू रहे हैं. दुकानदारों ने बताया कि फूलों की आवक नागपुर फूल मंडी से होती है. (Flower hit by inflation in Chhindwara)