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मोबाइल एप के जरिए होगी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मॉनिटरिंग, बांटे गये 22 हजार मोबाइल

मध्यप्रदेश में कुपोषण से निपटने के लिए सालों से कोशिश में जुटी सरकार इसमें कामयाब नहीं हो सकी है. इसकी एक वजह मैदानी अमले की लापरवाही को भी माना जाता रहा है. लिहाजा अब महिला एवं बाल विकास विभाग मैदानी अमले की ऑनलाइन निगरानी के लिए मोबाइल एप का सहारा लेगा.

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Published : Aug 10, 2019, 9:46 AM IST

मोबाइल एप से होगी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मॉनिटरिंग

भोपाल। महिला एवं बाल विकास विभाग अब मैदानी अमले की निगरानी मोबाइल एप के जरिए करेगा. विभाग ने मोबाइल एप को डेवलप कर मैदानी अमले को निरीक्षण के दौरान फोटो भेजने के निर्देश दिए हैं. विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन के अनुसार करीब 22 हजार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल उपलब्ध कराए गए हैं बाकी कार्यकर्ताओं को जल्द ही मोबाइल वितरित किए जाएंगे.

मोबाइल एप से होगी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मॉनिटरिंग
  • मोबाइल एप का नाम 'संपर्क'
  • आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जा रहे मोबाइल में पहले से डाउनलोड है एप
  • आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, जिलाधिकारी सुपरवाइजर और सीडीपीओ की होगी निगरानी
  • निरीक्षण के लिए पहुंचने वाले सुपरवाइजर अधिकारी को वहां पहुंचकर भेजनी होगी फोटो


महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी का कहना है कि अभी तक जमीनी स्तर पर जांच के नाम पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य अधिकारियों द्वारा खानापूर्ति की जाती रही है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

भोपाल। महिला एवं बाल विकास विभाग अब मैदानी अमले की निगरानी मोबाइल एप के जरिए करेगा. विभाग ने मोबाइल एप को डेवलप कर मैदानी अमले को निरीक्षण के दौरान फोटो भेजने के निर्देश दिए हैं. विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन के अनुसार करीब 22 हजार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल उपलब्ध कराए गए हैं बाकी कार्यकर्ताओं को जल्द ही मोबाइल वितरित किए जाएंगे.

मोबाइल एप से होगी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मॉनिटरिंग
  • मोबाइल एप का नाम 'संपर्क'
  • आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जा रहे मोबाइल में पहले से डाउनलोड है एप
  • आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, जिलाधिकारी सुपरवाइजर और सीडीपीओ की होगी निगरानी
  • निरीक्षण के लिए पहुंचने वाले सुपरवाइजर अधिकारी को वहां पहुंचकर भेजनी होगी फोटो


महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी का कहना है कि अभी तक जमीनी स्तर पर जांच के नाम पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य अधिकारियों द्वारा खानापूर्ति की जाती रही है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

Intro:भोपाल। महिला एवं बाल विकास विभाग मैदानी अमले की निगरानी अब मोबाइल ऐप के जरिए करेगी। विभाग ने मोबाइल एप को डेवलप कर मैदानी अमले को निरीक्षण के दौरान फोटो भेजने के निर्देश दिए हैं। विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन के मुताबिक करीब 22000 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल उपलब्ध कराए गए हैं बाकी कार्यकर्ताओं को जल्द ही मोबाइल वितरित किए जाएंगे।


Body:मध्यप्रदेश में कुपोषण से निपटने के लिए सालों से कोशिश में जुटी सरकार इसमें कामयाब नहीं हो सकी है। इसकी एक वजह मैदानी अमले की लापरवाही को भी माना जाता रहा है। लिहाजा अब महिला एवं बाल विकास विभाग ने मैदानी अमले की ऑनलाइन निगरानी के लिए मोबाइल एप का सहारा लेगा । मोबाइल एप को संपर्क नाम दिया गया है। यह मोबाइल एप आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जा रहे मोबाइल में पहले से अपलोड किया गया है। विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन के मुताबिक अभी तक प्रदेश की 22000 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल उपलब्ध करा दिए गए हैं बाकी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जल्द ही मोबाइल उपलब्ध कराए जाएंगे। वाकी प्रमुख सचिव राजन के मुताबिक उपलब्ध कराए गए मोबाइल एप के जरिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, जिलाधिकारी सुपरवाइजर और सीडीपीओ की निगरानी होगी। निरीक्षण के लिए पहुंचने वाले सुपरवाइजर अधिकारी को वहां पहुंचकर अपनी फोटो क्लिक करके भेजनी होगी। इसकी निगरानी मुख्यालय पर बैठे अधिकारी करेंगे उधर इसको लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी का कहना है कि अभी तक जमीनी स्तर पर जांच के नाम पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य अधिकारियों द्वारा खानापूर्ति की जाती रही है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।


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