भोपाल। सरकारी योजनाओं में हितग्राहियों को राशि ट्रांसफर करने में ई-रुपी योजना लागू करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बना है. आयुष्मान भारत योजना में हितग्राहियों के उपचार में खर्च होने वाली राशि अब संबंधित अस्पताल के पास ई-रुपी के माध्यम से ही पहुंचेगी. देश में पहली बार भोपाल से ई-रुपी के जरिए इलाज शुरू हुआ है. चिरायु मेडिकल कॉलेज में एडमिट मरीज को पहला ई-रुपी डिजिटल वाउचर जारी हुआ. ये फेसिलिटी 'आयुष्मान भारत निरामयम' योजना के तहत मिल रही है. (e rupee scheme implement in bhopal)
ई-रुपी का मरीजों को मिलेगा लाभ: ये राशि जो मरीज को मिली है वो मरीज की सहमति से ही अस्पताल को मिलेगी. इसकी शुरुआत जांच और इलाज के बाद 15 दिन तक लगने वाली दवाओं के खर्च से हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल पहले ई-वाउचर-बेस्ड डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन ई-रुपी लॉन्च किया था. ई-रुपी एक प्रीपेड ई-वाउचर है. ई-रुपी सुविधा शुरू होने के बाद अब मरीज के पास विकल्प रहेगा कि वह ई-रुपी के माध्यम से मिले वाउचर से दूसरे अस्पताल में जांच करा सकेगा.(what is e rupee scheme)
क्या है ई-रुपी: ई-रुपी एक डिजिटल वाउचर है. ये लाभार्थी को उसके फोन पर एसएमएस या क्यूआर कोड के रूप में मिलता है. इसे सीधे लाभार्थियों के मोबाइल पर भेजा जाता है. इस वन टाइम पेमेंट सर्विस में यूजर्स बिना कार्ड, डिजिटल पेमेंट ऐप या इंटरनेट बैंकिंग के वाउचर का इस्तेमाल कर सकते हैं. ई-रुपी का उपयोग निजी कंपनियों और अन्य ग्राहकों के लिए भी किया जा सकता है. लाभार्थी बिना बैंक खाता और बिना इंटरनेट कनेक्शन के फीचर फोन पर ई-रुपी प्राप्त कर सकते हैं. (pm modi ayushman bharat yojana)
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पूरे प्रदेश में हो सकता है लागू: आयुष्मान भारत के सीईओ अनुराग चौधरी के मुताबिक, अभी ई-रुपी फैसिलिटी को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च किया गया है. इसमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर जबलपुर, उज्जैन सहित बडे़ शहरों के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज, अस्पतालों को जोड़ा है. पायलट प्रोजेक्ट का रिव्यू करने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा. (bhopal niramayam launch digital voucher)