भोपाल/पचमढ़ी । मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन का बायसन लॉज भवन वर्तमान में विशिष्ट वास्तु-कला का प्रतीक बन गया है, यह वही स्थान है जहां आपातकाल के दौरान सिंधिया राजघराने की विजयराजे सिंधिया को निरुद्ध रखा गया था. पचमढ़ी में शिवराज सरकार की दो दिवसीय चिंतन बैठक चली. इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को नर्मदापुरम जिले के प्रख्यात पर्यटक स्थल और मध्यप्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में विशिष्ट वास्तु-कला के प्रतीक बायसन लॉज भवन का अवलोकन किया.
सीएम ने ली प्रदर्शित नमूनों की जानकारी: मुख्यमंत्री चौहान ने भवन के विभिन्न कक्ष में जाकर जैव विविधता के प्रदर्शित नमूनों की जानकारी प्राप्त की. सतपुड़ा टाईगर रिजर्व द्वारा इस भवन का संधारण किया जाता है. वर्तमान में इस भवन में प्रदर्शित चित्रों और जीवाश्मों से वन्य-जीवन के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होती हैं. क्षेत्र की प्राकृतिक सम्पदा की झलक बायसन लॉज में देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक भी आते हैं.
बायसन लॉज से जुड़ी हैं सिंधिया परिवार की यादें: मुख्यमंत्री चौहान ने बायसन लॉज में राजमाता विजयाराजे सिंधिया (अम्मामहाराज) की स्मृतियों को भी नमन किया. खेल मंत्री और विजयाराजे सिंधिया (Vijayaraje Scindia) की बेटी यशोधरा राजे सिंधिया ने बताया कि आपातकाल की अवधि में तत्कालीन सरकार द्वारा उनकी माताजी को यहां कुछ माह निरूद्ध रखा गया था. इस भवन से परिवार की स्मृतियां जुड़ी हैं. मुख्यमंत्री चौहान ने इस मौके पर कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काले अध्याय की तरह था. प्रदेश के अनेक स्थानों पर लोकतंत्र रक्षक सेनानी निरूद्ध किए गए थे.
(Overview of Bison Lodge of Pachmarhi)
(एजेंसी-आईएएनएस)