भोपाल। नगरीय निकाय चुनाव (Urban Body Elections) के पहले चरण का मतदान होने के बाद भी बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) की ओर से बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) ने भाजपा पर पुलिस, पैसा और प्रशासन होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा अफसर बीजेपी का बिल्ला जेब में लेकर घूमते हैं. कमलनाथ के इस बयान पर सीएम शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh Chouhan) ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कमलनाथ जब मुख्यमंत्री थे, तब भी पुलिस-प्रशासन को अपमानित करते थे. अब भी रस्सी जल गई, लेकिन बल नहीं गया. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद में चुनाव जीतेंने का दावा भी किया है.
रस्सी जल गई बल नहीं गया: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलनाथ के हमले से बौखलाकर चुनाव प्रचार में जनता के सामने कहा कि 15 महीने की कमलनाथ सरकार काम नहीं की और कहते रहे कि मेरे पास पैसे ही नहीं है. शिवराज खज़ाना खाली कर गया. मैं क्या औरंगजेब हो गया. मेरे पास विकास के लिए पैसे हैं और हम लगातार जनता के लिए विकास कार्य कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि रस्सी जल गई बल नहीं गया. कमलनाथ जब मुख्यमंत्री थे तब भी अधिकारी-कर्मचारी को धमकाते और अपमान करते थे. आज मुख्यमंत्री नहीं है तो भी पुलिस प्रशासन, अधिकारी- कर्मचारी को धमका रहे हैं. वह समझ गए हैं कि कांग्रेस पूरी तरह हार रही हैं. अब हार का ठीकरा किसी ना किसी के सिर पर फोड़ना है.
प्रशासन पर निकाल रहे हार की भड़ास: शिवराज सिंह के मुताबिक पुलिस प्रशासन के सिर पर हार का ठीकरा फोड़ा जा रहा है. कमलनाथ यह क्यों नहीं समझते कि वह मुख्यमंत्री थे तो गरीबों के मकान वापस लौटा दिए थे. कई गरीबों को मकान से वंचित कर दिया था. संबल योजना बंद कर दी थी. बेटा-बेटी को जन्म देने वाली माताएं-बहनों को दिया जा रहा 16 हजार छीन लिए थे. कन्यादान योजना बंद कर दी थी. गरीब बच्चों की फीस भरवाना बंद कर दिया था. दुर्घटना पर जो 4 लाख पैसे देते थे. वह छीन लिया था. अब जब जनता आपको हरा रही है. तो आप अधिकारियों और कर्मचारियों को अपमानित कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. हार का ठीकरा उनके ऊपर फोड़ रहे हैं.