भोपाल। एमपी के पुलिस अफसरों की कमियों को उजागर करने वाले पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का साथ मिला है. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से राज्य को कानून व्यवस्था के मामले में 'मॉडल स्टेट' बनाने की हिदायत दी है. पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक जौहरी का एक पत्र सार्वजनिक हुआ है, जिसमें जौहरी ने पुलिस महकमे में राजनीतिक दखल और कई आईपीएस अफसरों की लापरवाही को उजागर किया था.
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1.मध्य प्रदेश के डीजीपी श्री विवेक जौहरी का वह पत्र जो सार्वजनिक हुआ है उसमें जो तथ्य हैं वह एक सच्चाई है। श्री विवेक जौहरी जैसा ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ, साहसी अधिकारी ही इस मुद्दे को उठाने की पात्रता रखता है।
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— Uma Bharti (@umasribharti) June 8, 20201.मध्य प्रदेश के डीजीपी श्री विवेक जौहरी का वह पत्र जो सार्वजनिक हुआ है उसमें जो तथ्य हैं वह एक सच्चाई है। श्री विवेक जौहरी जैसा ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ, साहसी अधिकारी ही इस मुद्दे को उठाने की पात्रता रखता है।
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3.अब इस मसले पर हमारे राज्य के गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा एवं स्वयं श्री विवेक जौहरी निर्णय लें एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को चापलूसी, राजनीतिक दलों के परिवर्तन के साथ पक्षपात एवं प्रमाद से बचें इससे राज्य की कानून-व्यवस्था बहुत दुरुस्त रहेगी।
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— Uma Bharti (@umasribharti) June 8, 20203.अब इस मसले पर हमारे राज्य के गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा एवं स्वयं श्री विवेक जौहरी निर्णय लें एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को चापलूसी, राजनीतिक दलों के परिवर्तन के साथ पक्षपात एवं प्रमाद से बचें इससे राज्य की कानून-व्यवस्था बहुत दुरुस्त रहेगी।
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4.मैं श्री विवेक जौहरी जी का पूर्ण समर्थन करते हुए श्री @ChouhanShivraj जी , श्री @drnarottammisra जी एवं श्री विवेक जौहरी को आवाहन करती हूं कि मध्य प्रदेश को कानून-व्यवस्था के मसले में मॉडल स्टेट बनाकर दिखाएं। @CMMadhyaPradesh @BJP4India @BJP4MP
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— Uma Bharti (@umasribharti) June 8, 20204.मैं श्री विवेक जौहरी जी का पूर्ण समर्थन करते हुए श्री @ChouhanShivraj जी , श्री @drnarottammisra जी एवं श्री विवेक जौहरी को आवाहन करती हूं कि मध्य प्रदेश को कानून-व्यवस्था के मसले में मॉडल स्टेट बनाकर दिखाएं। @CMMadhyaPradesh @BJP4India @BJP4MP
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उमा भारती ने ट्वीट कर कहा कि मध्यप्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी का वह पत्र जो सार्वजनिक हुआ है, उसमें जो तथ्य हैं वह एक सच्चाई है. विवेक जौहरी जैसा ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ, साहसी अधिकारी ही इस मुद्दे को उठाने की पात्रता रखता है. उन्होंने आगे लिखा कि अब इस मामले में हमारे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और विवेक जौहरी खुद निर्णय लें की वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की चापलूसी, राजनीतिक दलों के परिवर्तन के साथ पक्षपात और प्रमाद से बचा जाए. ताकि राज्य की कानून व्यवस्था दुरुस्त हो.
उमा भारती ने लिखा है कि मेरे पास 1990 से शासन प्रदत्त सुरक्षा व्यवस्था रही है, इसलिए मैं स्वयं इसकी साक्षी हूं कि सामान्य श्रेणी के पुलिसकर्मी एवं अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति जितने जागरूक एवं परिश्रमी होते हैं, उनकी तुलना में उच्च श्रेणी के पुलिस अधिकारी आलसी व लापरवाह होने लग जाते हैं. इसमें कुछ अपवाद भी होते हैं जो उच्च पदों पर रह करके भी उतने ही सतर्क परिश्रमी रहते हैं जितने कि वह अपने सर्विस काल के आरंभ में थे, विवेक जौहरी स्वयं इसके उदाहरण हैं.