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अगले सत्र से लागू होगी स्टीम एजुकेशन, राजधानी में पहली लैब तैयार - Steam education

प्रदेश के 10 हजार स्कूलों को 2021 में गुणवत्ता पूर्ण बनाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग का पायलट प्रोजेक्ट तैयार है, जिसके पहले चरण में प्रदेश के शासकीय स्कूलों में स्टीम एजुकेशन लागू होगी.

Madhya Pradesh first steam lab in Bhopal
स्टीम एजुकेशन
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Published : Jan 10, 2021, 3:28 PM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण के बीच नए सत्र में प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में नई शिक्षा नीति लागू होगी, जिसके तहत प्रदेश के स्कूल और कॉलेजों में कई बदलाव देखने को मिलेंगे. इसी क्रम में सरकार ने दक्षिण कोरिया की शिक्षा पद्धत्ति को प्रदेश के स्कूलों में लागू करने की तैयारी कर रही है. जिसकी शुरुआत राजधानी के रशीदिया स्कूल से हो चुकी है.

प्रदेश में लागू होगी स्टीम एजुकेशन

प्रदेश के 10 हजार स्कूलों में स्टीम एजुकेशन

प्रदेश के शासकीय स्कूलों में स्टीम एजुकेशन की शुरुआत नए सत्र में जाएगी, जिसके लिए सरकार ने कुछ स्कूलों को चयनित किया है, जिन्हें गुणवत्तापूर्ण बनाने की तैयारी 2021 में की जाएगी. स्टीम एजुकेशन के लिए राजधानी के 10 स्कूलों को चुना गया है. इन स्कूलों में स्टीम शिक्षा का लाभ सरकारी स्कूल के साथ ही निजी और सीबीएससी के छात्र भी ले सकेंगे. राजधानी के रशीदिया शासकीय स्कूल में स्टीम एजुकेशन के तहत मॉडल्स तैयार किये गए है, जिनमे छात्रों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है.

Madhya Pradesh first steam lab in Bhopal
स्टीम एजुकेशन

स्टीम शिक्षा को लागू करने वाला देश का पहला राज्य एमपी

स्टीम एजुकेशन दक्षिण कोरिया की शिक्षा पद्धति है, जिसे प्रदेश के स्कूलों लागू किया जा रहा है. खास बात यह है कि स्टीम एजुकेशन को सरकारी स्कूलों में लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा. स्टीम एजुकेशन के तहत कक्षा पहली से आठवी के बच्चों को प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जाएगा, जिसके लिए स्कूलों में अलग से स्टीम ट्रेनिंग डिपार्टमेंट बनाये जाएंगे. इसमें पहली से आठवी के छात्रों को साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्ट्स, मैथ्स सभी सब्जेक्ट का प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जायगा.

शिक्षको को दी जायेगी स्पेशल ट्रेनिंग

स्टीम एजुकेशन को लागू करने के लिए शिक्षकों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी. इनमें वो शिक्षक शामिल होंगे जो पिछले वर्ष दक्षिण कोरिया की शिक्षा पद्धति को समझने दक्षिण कोरिया गए थे. साथ ही वे शिक्षक भी होंगे जो मिशन 10 हजार स्कूल में शामिल है. स्कूल शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों की वर्कशीट भी तैयार कर ली है.

शासकीय रशीदिया स्कूल में तैयार हुआ स्टीम मॉडल

रशीदिया स्कूल में स्टीम मॉडल के तहत छात्रों को प्रयोगिक ज्ञान दिया जा रहा है. छात्र अपने घरों से पुराना समान ला रहे है और शिक्षक उन सामग्रियों से छात्रों को तरह तरह की चीजे बनाना सीखा रहे हैं. इसमें स्टीम शिक्षा के तहत टेक्नोलॉजी से लेकर साइंस तक कि ट्रेनिंग दी जा रही है.

रशीदिया स्कूल की प्राचार्य ने बताया कि स्टीम एजुकेशन शुरू करने वाला रशीदिया प्रदेश का पहला स्कूल है. स्टीम एजुकेशन को भी नई शिक्षा नीति के तहत लागू किया जा रहा है, जिसमे छात्रों को अब पढाई के साथ रोजगार से जोड़ने के लिए प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जाएगा.

नए साल में होगा स्कूलों का नया स्वरूप

प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंग परमार ने बताया कि प्रदेश सरकार स्कूलों में कई बदलाव करने जा रही है. आने वाले समय मे स्कूलों का स्वरूप बदला नजर आएगा छात्रों के लिए स्कूल शिक्षा में कई नवाचार किये जाएंगे, जिसके लिए प्रदेश के 10 हजार स्कूलों को गुणवत्ता पूर्ण बनाया जयगा. उन्होंने कहा स्टीम एजुकेशन भी नई शिक्षा नीति का एक स्वरूप है और नई शिक्षा नीति के तहत इसे लागू किया जएगा.

भोपाल। कोरोना संक्रमण के बीच नए सत्र में प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में नई शिक्षा नीति लागू होगी, जिसके तहत प्रदेश के स्कूल और कॉलेजों में कई बदलाव देखने को मिलेंगे. इसी क्रम में सरकार ने दक्षिण कोरिया की शिक्षा पद्धत्ति को प्रदेश के स्कूलों में लागू करने की तैयारी कर रही है. जिसकी शुरुआत राजधानी के रशीदिया स्कूल से हो चुकी है.

प्रदेश में लागू होगी स्टीम एजुकेशन

प्रदेश के 10 हजार स्कूलों में स्टीम एजुकेशन

प्रदेश के शासकीय स्कूलों में स्टीम एजुकेशन की शुरुआत नए सत्र में जाएगी, जिसके लिए सरकार ने कुछ स्कूलों को चयनित किया है, जिन्हें गुणवत्तापूर्ण बनाने की तैयारी 2021 में की जाएगी. स्टीम एजुकेशन के लिए राजधानी के 10 स्कूलों को चुना गया है. इन स्कूलों में स्टीम शिक्षा का लाभ सरकारी स्कूल के साथ ही निजी और सीबीएससी के छात्र भी ले सकेंगे. राजधानी के रशीदिया शासकीय स्कूल में स्टीम एजुकेशन के तहत मॉडल्स तैयार किये गए है, जिनमे छात्रों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है.

Madhya Pradesh first steam lab in Bhopal
स्टीम एजुकेशन

स्टीम शिक्षा को लागू करने वाला देश का पहला राज्य एमपी

स्टीम एजुकेशन दक्षिण कोरिया की शिक्षा पद्धति है, जिसे प्रदेश के स्कूलों लागू किया जा रहा है. खास बात यह है कि स्टीम एजुकेशन को सरकारी स्कूलों में लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा. स्टीम एजुकेशन के तहत कक्षा पहली से आठवी के बच्चों को प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जाएगा, जिसके लिए स्कूलों में अलग से स्टीम ट्रेनिंग डिपार्टमेंट बनाये जाएंगे. इसमें पहली से आठवी के छात्रों को साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्ट्स, मैथ्स सभी सब्जेक्ट का प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जायगा.

शिक्षको को दी जायेगी स्पेशल ट्रेनिंग

स्टीम एजुकेशन को लागू करने के लिए शिक्षकों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी. इनमें वो शिक्षक शामिल होंगे जो पिछले वर्ष दक्षिण कोरिया की शिक्षा पद्धति को समझने दक्षिण कोरिया गए थे. साथ ही वे शिक्षक भी होंगे जो मिशन 10 हजार स्कूल में शामिल है. स्कूल शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों की वर्कशीट भी तैयार कर ली है.

शासकीय रशीदिया स्कूल में तैयार हुआ स्टीम मॉडल

रशीदिया स्कूल में स्टीम मॉडल के तहत छात्रों को प्रयोगिक ज्ञान दिया जा रहा है. छात्र अपने घरों से पुराना समान ला रहे है और शिक्षक उन सामग्रियों से छात्रों को तरह तरह की चीजे बनाना सीखा रहे हैं. इसमें स्टीम शिक्षा के तहत टेक्नोलॉजी से लेकर साइंस तक कि ट्रेनिंग दी जा रही है.

रशीदिया स्कूल की प्राचार्य ने बताया कि स्टीम एजुकेशन शुरू करने वाला रशीदिया प्रदेश का पहला स्कूल है. स्टीम एजुकेशन को भी नई शिक्षा नीति के तहत लागू किया जा रहा है, जिसमे छात्रों को अब पढाई के साथ रोजगार से जोड़ने के लिए प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जाएगा.

नए साल में होगा स्कूलों का नया स्वरूप

प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंग परमार ने बताया कि प्रदेश सरकार स्कूलों में कई बदलाव करने जा रही है. आने वाले समय मे स्कूलों का स्वरूप बदला नजर आएगा छात्रों के लिए स्कूल शिक्षा में कई नवाचार किये जाएंगे, जिसके लिए प्रदेश के 10 हजार स्कूलों को गुणवत्ता पूर्ण बनाया जयगा. उन्होंने कहा स्टीम एजुकेशन भी नई शिक्षा नीति का एक स्वरूप है और नई शिक्षा नीति के तहत इसे लागू किया जएगा.

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