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भोपाल में हुआ राज्य स्तरीय कहानी उत्सव का आयोजन, स्कूल शिक्षा मंत्री ने की शिरकत

भोपाल में राज्यस्तरीय कहानी उत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्कूली पाठ्यक्रमों में कहानियां बढ़ाई जानी चाहिए. क्योंकि इनसे बच्चों में पढ़ने की ललक पैदा होती है.

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Published : Dec 29, 2019, 6:01 AM IST

bhopal
कहानी उत्सव

भोपाल। राजधानी भोपाल में राज्य स्तरीय कहानी उत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें स्कूली बच्चों ने भाग लिया. कार्यक्रम में पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि इस तरह के आयोजन लगातार होते रहने चाहिए. कहानियां भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न अंग है जो बच्चों में पढ़ने की ललक पैदा करती है.

भोपाल में हुआ राज्य स्तरीय कहानी उत्सव का आयोजन

मंत्री ने कहा कि कहानी के माध्यम से घर के बुजुर्ग बच्चों को नैतिक शिक्षा एवं ज्ञान से परिचित कराते थे. उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों का कहानी से जुड़ाव कम हो गया है. इसे जीवंत रखने के लिए स्कूलों में कहानी उत्सव मनाया जा रहा है. इस तरह के कार्यक्रम लगातार जारी रहना चाहिए. कार्यक्रम के दौरान इंटरनेट की बढ़ती लोकप्रियता पर भी चिंता जाहिर की गई है.

स्कूल शिक्षा मंत्री ने बच्चों को एक कहानी सुनाकर जीवन में धनात्मक रवैया रखते हुए आगे बढ़ने की बात कही. उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों में कहानी के प्रति लगाव कम हो रहा है. बच्चे अपना समय मोबाइल पर वीडियोगेम खेलने अथवा टी.वी. देखने में व्यर्थ गंवा रहे हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि कहानी के माध्यम से बच्चे शिक्षकों के करीब आते हैं और अपनी जिज्ञासा को उनके सामने खुलकर रखते हैं.

भोपाल। राजधानी भोपाल में राज्य स्तरीय कहानी उत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें स्कूली बच्चों ने भाग लिया. कार्यक्रम में पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि इस तरह के आयोजन लगातार होते रहने चाहिए. कहानियां भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न अंग है जो बच्चों में पढ़ने की ललक पैदा करती है.

भोपाल में हुआ राज्य स्तरीय कहानी उत्सव का आयोजन

मंत्री ने कहा कि कहानी के माध्यम से घर के बुजुर्ग बच्चों को नैतिक शिक्षा एवं ज्ञान से परिचित कराते थे. उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों का कहानी से जुड़ाव कम हो गया है. इसे जीवंत रखने के लिए स्कूलों में कहानी उत्सव मनाया जा रहा है. इस तरह के कार्यक्रम लगातार जारी रहना चाहिए. कार्यक्रम के दौरान इंटरनेट की बढ़ती लोकप्रियता पर भी चिंता जाहिर की गई है.

स्कूल शिक्षा मंत्री ने बच्चों को एक कहानी सुनाकर जीवन में धनात्मक रवैया रखते हुए आगे बढ़ने की बात कही. उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों में कहानी के प्रति लगाव कम हो रहा है. बच्चे अपना समय मोबाइल पर वीडियोगेम खेलने अथवा टी.वी. देखने में व्यर्थ गंवा रहे हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि कहानी के माध्यम से बच्चे शिक्षकों के करीब आते हैं और अपनी जिज्ञासा को उनके सामने खुलकर रखते हैं.

Intro:कहानियां भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न अंग , बच्चों में पैदा करती है पढ़ने की ललक - स्कूल शिक्षा मंत्री

भोपाल | प्रगत शैक्षणिक शिक्षा महाविद्यालय में राज्य स्तरीय कहानी उत्सव का आयोजन किया गया इस कहानी उत्सव में कक्षा पांचवी से आठवीं तक के विद्यार्थी तथा शिक्षक शामिल हुए हैंकहानी उत्सव का शुभारंभ प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी के द्वारा किया गया इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कहानियां भारतीय संस्कृति एवं परंपराओं का अभिन्न अंग रही है कहानी के माध्यम से घर के बुजुर्ग बच्चों को नैतिक शिक्षा एवं ज्ञान से परिचित कराते थे उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों का कहानी से जुड़ाव कम हो गया है इसे जीवंत रखने के लिए स्कूलों में कहानी उत्सव मनाया जा रहा है इस तरह के कार्यक्रम लगातार जारी रहना चाहिए . कार्यक्रम के दौरान इंटरनेट की बढ़ती लोकप्रियता पर भी चिंता जाहिर की गई है .


Body:कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने कहा कि कहानी के माध्यम से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ती है, किताब पढ़ने की आदत विकसित होती है . उन्होंने कहा कि कहानी के माध्यम से मिला ज्ञान और शिक्षा जिन्दगी भर याद रहती है . उन्होंने पंचतंत्र, कछुआ-खरगोश की कहानी, अकबर-बीरबल आदि रोचक कहानियों के माध्यम से मिली शिक्षा का जिक्र किया .
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बच्चों को एक कहानी सुनाकर जीवन में धनात्मक रवैया रखते हुए आगे बढ़ने की बात कही .उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों में कहानी के प्रति लगाव कम हो रहा है . बच्चे अपना समय मोबाइल पर वीडियोगेम खेलने अथवा टी.वी. देखने में व्यर्थ गंवा रहे हैं . स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि कहानी के माध्यम से बच्चे शिक्षकों के करीब आते हैं और अपनी जिज्ञासा को उनके सामने खुलकर रखते हैं . उन्होंने शिक्षकों से कहा कि स्कूल में पारिवारिक वातावरण निर्मित करें ताकि बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि और लालसा पैदा हो .

Conclusion:उप सचिव अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा 'पढ़े भारत-बढ़े भारत' योजना में कहानी की कला को शिक्षण प्रविधि का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिये राज्य स्तरीय कहानी उत्सव प्रारंभ किया गया . इसमें कक्षा पाँचवी से 8वीं तक के विद्यार्थी तथा शिक्षक शामिल होते हैं .उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय आयोजन में प्रथम पाँच बच्चों एवं प्रथम तीन शिक्षकों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र दिया जाएगा . समस्त सहभागियों को सहभागिता प्रमाण-पत्र दिया जायेगा .
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