ETV Bharat / city

शिक्षकों को परीक्षा देना लग रहा अपमानजनक, कहा- रिजल्ट बिगड़ने में नहीं हमारी गलती

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 12 जून से आयोजित की जा रही शिक्षकों की परीक्षाओं का विरोध शुरू हो गया है. मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा है. संगठन का कहना है कि बोर्ड के खराब रिजल्ट में शिक्षकों की कोई गलती नहीं है. ऐसे में शिक्षकों की परीक्षाएं आयोजित कर शिक्षा विभाग उनका अपमान कर रहा है, जिसके विरोध में शिक्षक संघ जल्द आंदोलन करेगा.

मध्यप्रदेश कांग्रेस शिक्षक कमेटी
author img

By

Published : May 29, 2019, 11:50 PM IST

भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग 12 जून से शुरू होने वाली शिक्षकों की परीक्षाओं का विरोध शुरू हो गया है. मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा शून्य से 30 फीसदी तक कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणाम का दोषी केवल शिक्षकों को मानकर उनके परीक्षा लेने का आदेश किया गया है, जो अपमानजनक है और इसके विरोध में उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा है.

पदाधिकारियों का कहना है कि खराब परीक्षा परिणाम का असली कारण विधानसभा और लोकसभा चुनाल के साथ ही हजारों की तादाद में बीएलओ के कार्य में भी शिक्षक शामिल रहे हैं. 70 फीसदी विद्यार्थियों में प्राचार्य, प्रधानाध्यापक और विषय मान से शिक्षक नहीं रहे संगठन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर संगठन के आग्रह के बाद भी शिक्षकों की परीक्षाएं आयोजित की तो वे आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी.

मध्यप्रदेश कांग्रेस शिक्षक कमेटी

शिक्षकों का कहना है कि हम यह परीक्षा नहीं देंगे या परीक्षा देना एक तरह से शिक्षकों का अपमान है जबकि खराब परिणाम की वजह विधानसभा और लोकसभा चुनाव है जिसमें शिक्षकों की बड़ी तादाद में ड्यूटी लगाई गई जिस वजह से स्कूल की ओर ध्यान नहीं जा पाया साथ ही उन्होंने परीक्षा देने से साफ इनकार किया और उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.

भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग 12 जून से शुरू होने वाली शिक्षकों की परीक्षाओं का विरोध शुरू हो गया है. मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा शून्य से 30 फीसदी तक कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणाम का दोषी केवल शिक्षकों को मानकर उनके परीक्षा लेने का आदेश किया गया है, जो अपमानजनक है और इसके विरोध में उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा है.

पदाधिकारियों का कहना है कि खराब परीक्षा परिणाम का असली कारण विधानसभा और लोकसभा चुनाल के साथ ही हजारों की तादाद में बीएलओ के कार्य में भी शिक्षक शामिल रहे हैं. 70 फीसदी विद्यार्थियों में प्राचार्य, प्रधानाध्यापक और विषय मान से शिक्षक नहीं रहे संगठन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर संगठन के आग्रह के बाद भी शिक्षकों की परीक्षाएं आयोजित की तो वे आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी.

मध्यप्रदेश कांग्रेस शिक्षक कमेटी

शिक्षकों का कहना है कि हम यह परीक्षा नहीं देंगे या परीक्षा देना एक तरह से शिक्षकों का अपमान है जबकि खराब परिणाम की वजह विधानसभा और लोकसभा चुनाव है जिसमें शिक्षकों की बड़ी तादाद में ड्यूटी लगाई गई जिस वजह से स्कूल की ओर ध्यान नहीं जा पाया साथ ही उन्होंने परीक्षा देने से साफ इनकार किया और उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.

Intro:स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की जा रही शिक्षकों की परीक्षाओं का विरोध शुरू हो चुका है मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा है संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि बोर्ड के खराब रिजल्ट में शिक्षकों की कोई गलती नहीं है ऐसे में शिक्षकों की परीक्षाएं आयोजित कर शिक्षा विभाग शिक्षकों का अपमान कर रहा है जिसके विरोध में शिक्षक संघ जल्द आंदोलन करेगा


Body:स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की जा रही शिक्षकों की परीक्षाओं का विरोध शुरू हो गया है मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा शून्य से 30% तक कक्षा दसवीं के परीक्षा परिणाम का दोषी केवल शिक्षकों को मानकर उनके परीक्षा लेने का आदेश किया गया है जो अत्यंत अपमानजनक है जिसके विरोध में उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा है साथ ही उन्होंने बताया कि खराब परीक्षा परिणाम का असली रीजन विधानसभा लोकसभा के साथ ही हजारों की तादाद में बीएलओ के कार्य में शिक्षक संलग्न रहे हैं साथ ही 70% विद्यार्थियों में प्राचार्य प्रधानाध्यापक एवं विषय मान से शिक्षक नहीं रहे संगठन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर संगठन के आग्रह के बाद भी शिक्षकों को परीक्षाएं आयोजित की और आंदोलन करने पर विवश होंगे जिसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी साथ ही उन्होंने परीक्षा देने से साफ इंकार किया उन्होंने कहा कि हम आखिरी तक अड़े रहेंगे की शिक्षा किस के लिए परीक्षा नहीं देंगे क्योंकि यह शिक्षकों का अपमान है...

बाइट रामनरेश त्रिपाठी मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस शिक्षक कमिटी अध्यक्ष


Conclusion:12 जून से प्रारंभ होने वाली शिक्षकों की परीक्षाओं को लेकर विरोध शुरू हो गया है स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 12 जून को आयोजित होंगी शिक्षकों की परीक्षाएं यह परीक्षाएं उन शिक्षकों के लिए है जिनके स्कूल का 30% परिणाम रहा है जिसका जिम्मेदार प्रशासन ने शिक्षकों को माना है और इसी के लिए उनका टेस्ट करने के लिए या परीक्षाएं प्रारंभ की जा रही हैं लेकिन शिक्षकों द्वारा इसका पुरजोर विरोध किया जा रहा है शिक्षकों का कहना है कि हम यह परीक्षा नहीं देंगे या परीक्षा देना एक तरह से शिक्षकों का अपमान है जबकि खराब परिणाम की वजह विधानसभा और लोकसभा चुनाव है जिसमें शिक्षकों की बड़ी तादाद में ड्यूटी लगाई गई जिस वजह से स्कूल की ओर ध्यान नहीं जा पाया साथ ही उन्होंने परीक्षा देने से साफ इनकार किया और उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी.....
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.