भोपाल। 6 से 17 मई तक 12वीं हॉकी इंडिया राष्ट्रीय सीनियर महिला हॉकी चैंपियनशिप 2022 का भोपाल में आयोजन हो रहा है. भोपाल को हॉकी की नर्सरी कहा जाता है. यहां लगातार हॉकी की राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित होती हैं. इन दिनों गर्मी भले ही चरम पर हो लेकिन राजधानी में खेलों का पारा चढ़ा हुआ है. 12वीं राष्ट्रीय महिला हॉकी प्रतियोगिता में देशभर की 27 टीमों के खिलाड़ी खेल रहे हैं. यहां पर देश भर की बेहतरीन महिला हॉकी खिलाड़ी अपनी हॉकी स्टिक का जादू बिखेर रही हैं. वहीं इस बीच चंडीगढ़ टीम की महिला कोच प्रभदीप कौर से ईटीवी भारत ने बात की. (senior women national hockey championship 2022)
महिला हॉकी के खेल में परिवर्तन: इस बार के ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया था. सभी का दिल जीत लिया था, लेकिन पदक लाने में वे नाकाम रहीं. जिसमें कई जगह उसकी कुछ कमियां भी खिलाड़ी और कोच को नजर आईं. चंडीगढ़ की रहने वाली प्रभदीप कई राष्ट्रीय खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे चुकी हैं. उनके अनुसार महिला हॉकी में जिस तरह से खेल का परिवर्तन आया है, निश्चित ही उससे भारतीय हॉकी का भविष्य बेहतर होगा. इस बार के ओलंपिक में महिला हॉकी खिलाड़ियों ने जिस तरह से प्रदर्शन किया उससे साफ तौर पर टीम की भावना नजर आई.
भारतीय टीम ने जिस तरह से प्रदर्शन किया था निश्चित ही प्रदर्शन बहुत अच्छा है, लेकिन अगर वे अपने पेनल्टी कॉर्नर और फॉरवर्ड लाइन में थोड़ा और सुधार करें तो निश्चित ही भारतीय टीम आने वाले दिनों में ओलंपिक में पदक ला सकती है.
-प्रभदीप कौर, महिला हॉकी कोच
खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के रूप में मिली राशि: प्रभदीप का मानना है कि जिस तरह से मध्य प्रदेश के साथ ही पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की सरकारों ने खिलाड़ियों को जीत के बाद प्रोत्साहित किया. उससे खिलाड़ियों में और बेहतर करने की मंशा प्रकट हुई है. अगर खिलाड़ी को प्रोत्साहन के रूप में राशि मिलती है, तो वे अपना बेहतर देने की कोशिश खेल में करते हैं. प्रभदीप के अनुसार भारतीय महिला हॉकी टीम के इस बार के परफॉर्मेंस के बाद छोटे-छोटे घरों की बच्चियां भी इस खेल से जुड़ी हैं, जो भारतीय हॉकी के लिए बेहतर संकेत हैं.