भोपाल। कोरोना संक्रमण कम होने के बाद राज्य सरकार ने सभी पाबंदियां हटा ली है. अब प्रदेश के सभी स्कूल 100 फीसदी क्षमता के साथ खुल गए हैं, हालांकि परीक्षाएं नजदीक होने के चलते स्कूलों में मुश्किल से 50 फीसदी ही बच्चे पहुंच रहे हैं, लेकिन बच्चे खुश हैं कि स्कूल में अब सभी साथी स्टूडेंट्स स्कूल आएंगे और वे साथ बैठकर पढ़ सकेंगे.
सामूहिक रुप से स्कूल आकर खुश हुए छात्र
करीब ढाई साल बाद पूरी क्षमता के साथ स्कूल आने पर छात्र भी बहुत खुश हैं. छात्रों की मानें तो ढाई साल से लगातार ऑनलाइन क्लास लग रही है, पर शिक्षक सामने रहता हैं और जो भी समस्याएं छात्रों को आती हैं वह तुरंत पूछकर उसका समाधान कर लेता हैं इसलिए ऑफलाइन क्लास में बेहतर पढ़ाई होती है.
परीक्षाओं के चलते कम बच्चे पहुंचे स्कूल
दरअसल, एमपी बोर्ड के दसवीं और 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं, साथ ही मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग की 9 वीं 16 मार्च और 11 वीं की परीक्षाएं 15 मार्च से शुरू होने जा रही हैं. फिलहाल, प्राइमरी स्कूलों की परीक्षाएं भी शुरू होने को हैं, जिसके चलते स्कूल 100 फीसदी क्षमता के साथ खुलने के बाद भी मुश्किल से 50 फीसदी बच्चे ही स्कूल पहुंच रहे हैं.
शिक्षकों का ध्यान इस ओर
कुछ दिनों बाद ही 10वीं और 12वीं के वार्षिक परीक्षा शुरू होने वाली हैं, ऐसे में स्कूल खुलते ही शिक्षकों ने दसवीं और बारहवीं के छात्रों पर ध्यान देना शुरू कर दिया है.
2020 के बाद स्कूलों में इतनी भीड़
कोरोना संक्रमण ने मध्यप्रदेश में दस्तक दी थी, उसके बाद से कभी लॉक डाउन, तो कभी स्कूल बंद, तो कभी 50% छात्रों की संख्या के साथ स्कूल खोले जा रहे थे, पर अब शासन के निर्देश के बाद कि 100% संख्या के साथ छात्रों को स्कूल बुलाया जा रहा है. 2020 के बाद पहली बार स्कूलों में इतनी भीड़ देखी जा रही है.
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कोरोना हुआ कंट्रोल
कोरोना की तीसरी लहर में राहत मिल चुकी है, फिलहाल प्रदेश में कोरोना की पाॅजीटिविटी दर घटकर 2.9 पर आ गई है. रविवार को प्रदेश में कोरोना के 2092 मामले सामने आए थे. प्रदेश में सिर्फ भोपाल, इंदौर, जबलपुर को छोड़ दें, तो बाकी सभी शहरों में प्रतिदिन सौ से कम कोरोना मरीज मिल रहे हैं.