भोपाल। राजधानी भोपाल के कमलापति रेलवे स्टेशन (Bhopal Kamlapati Railway Station) पर पंजाब से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेन जैसे ही आकर रुकी टीटी की नजर दो लड़कियों पर पड़ी. टीटी ने उनसे पूछा कि वो किसके साथ यात्रा कर रही है तो दोनों कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाई. जिसके चलते तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन से संपर्क कर दोनों को भोपाल में रोक लिया गया. चाइल्ड हेल्प लाइन ने इन दोनों के परिजनों से संपर्क कर लिया है.
ट्रेन में अकेले यात्रा कर रही थीं नाबालिग: पंजाब की रहने वाली 12 और 14 साल की किशोरियां मुम्बई जाने के लिए पंजाब से निकल पड़ी. जब ट्रेन भोपाल में कमलापति रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो टीटी की नजर इन पर पड़ी. जब उनसे परिजनों के बारे में पूछा तो दोनों कोई जवाब नहीं दे सकीं. इसके बाद तत्काल आरपीएफ की मदद से दोनों को रेस्क्यू कर सिटी चाइल्ड लाइन को सौंपा गया.
सोशल मीडिया फ्रेंड से मिलने जा रही थीं: काउंसलिंग के दौरान सामने आया कि दोनों आपस में सहेलियां हैं. 3 महीने से मुंबई जाने की प्लानिंग कर रही थीं. इसके लिए शॉपिंग भी की थी. इनमें से 12 वर्षीय नाबालिग की मां नहीं है, घर में पिता ही हैं. वह जो भी पैसा लाते उसे वही अपने पास रखती थी. इसी पैसों से दोनों ने मुंबई जाने के लिए 15 हजार की खरीदारी की थी. वही दूसरी किशोरी का भरा-पूरा परिवार है. उसने बताया कि उसका एक दोस्त मुंबई में रहता है. सोशल मीडिया के जरिए उससे संपर्क में है. उसे यकीन था कि मुंबई पहुंचने पर वहाँ रहने में वह जरूर उनकी मदद करता.
घर से निकने के बाद 3 दिन तक पंजाब में ही घूमती रहीं: किशोरियों ने बताया कि घर से निकलने के बाद हम 3 दिन पंजाब में ही घूमते रहे. मुंबई निकलने का समय पास आने पर एक लड़की का मन डगमगाने लगा उसने कहा, हम नहीं चलेंगे. दूसरी किशोरी का कहना था कि ''मुंबई जाकर अपने सोशल मीडिया दोस्त से मिलने का बहुत मन है. उसके जोर देने पर दोनों मुंबई के लिए घर से निकल गईं. लेकिन तीन दिन तक पंजाब के एक से दूसरे शहर में भटकती रहीं. इसके बाद मुंबई जाने वाली ट्रेन में बैठ गई''. सिटी चाइल्ड लाइन को ऑर्डिनेटर राशि असवानी ने बताया कि ''भोपाल में टीटी की नजर इन बच्चियों पर पड़ी. इसके बाद उन्हें रेस्क्यू किया गया परिजनों को इस बारे में सूचना दे दी है''.
(Rescued 2 Minor at Bhopal Railway Station)