भोपाल। प्रदेश कांग्रेस ने एमपी सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि, प्रदेश की जनता खासकर महिलाएं प्रदेश भर में लगातार धरना-प्रदर्शन कर शराबबंदी का विरोध कर रहीं हैं, लेकिन शराब प्रेमी शिवराज सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहे हैं.(political reaction on uma bharti stone pelting acting)
आंख मूंदकर बैठी शिवराज सरकार
पीसीसी चीफ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि, मध्यप्रदेश में शराब की कई दुकानें स्कूल के समीप हैं, धार्मिक स्थलों के समीप हैं, प्रतिबंधित क्षेत्र में खुल चुकी हैं, जिसका क्षेत्र की जनता बड़े लंबे समय से विरोध कर रही है, लेकिन शिवराज सरकार आंख मूंदकर बैठी हुई है. सलूजा ने कहा कि, शिवराज सरकार को केवल राजस्व से मतलब है, इसलिए वह शराब नीति को बढ़ावा देने का काम करती रहती है. शिवराज सरकार शराब सस्ती कर घर घर पहुंचाने का काम कर रही है और लगातार जनता इसको लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही है. उन्होंने कहा कि, मंदिर, मस्जिद, धार्मिक स्थलों की बात करें, स्कूल के आसपास के क्षेत्र को लेकर बात करें तो नियमों का लगातार उल्लंघन हो रहा है और सरकार आंख मूंदकर सोई हुई है.
प्रतिबंधित क्षेत्रों की शराब दुकानों को तत्काल बंद करें सरकार
सलूजा ने कहा कि, कांग्रेस मांग करती है कि जिन प्रतिबंघित क्षेत्रों में शराब की दुकान खुली हैं, जो नियम विरुद्ध है, उन शराब की दुकानों को तत्काल बंद किया जाए. सलूजा ने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का पक्ष लेते हुए कहा है कि, शराबबंदी की पहल सरकार को करना चाहिए, नशा मुक्ति की पहल समाज को करना चाहिए, क्योंकि सरकार की सहमति से शराब की दुकान खुलती हैं.
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शराबबंदी को लेकर पहल करे शिवराज सरकार
सलूजा ने कहा कि, शिवराज सरकार जानबूझकर जागरूकता के नाम पर जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है. अब समय आ गया है कि, प्रदेश की जनता जागरुक हो चुकी है. अब शिवराज सरकार को शराबबंदी को लेकर पहल करना चाहिए.
शराबबंदी पर दिग्विजय का बयान
शराबबंदी को लेकर राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि, उमा जी मैं आपकी बहादुरी की दाद देता हूं. यदि आम आदमी ऐसा करता, तो उस पर केस दर्ज हो जाता। ऐसे में आपसे प्रेरणा लेकर शराब दुकानों पर कोई पत्थर मारे तो फिर क्या आप उन्हें बचाने आएंगी?
उमा के एक्शन पर इनका क्या जवाब
शराबबंदी को लेकर कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने प्रदेश के मुखिया शिवराज से कहा कि, आप अपनी दीदी को संभालिए. इसके साथ ही, विधानसभा में जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा कि, मामले में क्या कार्रवाई की जा रही रही है? जिस पर शिवराज कोई जवाब नहीं दिया, जिस पर जीतू पटवारी ने कहा कि, उमा भारती ने शिवराज सरकार की नीति पर पत्थर फेंका है.