भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. यही कारण है कि, यहां आए दिन कुत्तों के हमले की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. आलम ये है कि, अब शहर में बच्चों के लिए घर के बाहर खेलना भी सुरक्षित नहीं हैं. पूरे शहर में आवारा कुत्तों का जमावड़ा देखा जा सकता है, जो आम इंसान के लिए परेशानी का सबब बन गया है. कई बार तो यह आवारा कुत्ते आदमखोर हो जाते हैं और इंसानों पर जानलेवा हमला कर देते हैं लेकिन इन सबके बावजूद भी इन आवारा कुत्तों को लेकर कोई एक्शन प्लान तैयार नहीं किया जा रहा है.
निगम के दावों की खुली पोल
नगर निगम आवारा कुत्तों का लगाम लगाने में असफल है. आए दिन कुत्ते बच्चों पर हमला करते हैं, कुत्तों का आतंक खत्म नहीं हो रहा है. नगर निगम दावे तो बड़े-बड़े कर रहा है, लेकिन कुत्ते पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए. हलांकि नगर निगम कमिश्नर बीएस चौधरी का कहना है कि उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जहां भी आवारा कुत्ता दिखाई दे उनको पकड़ा जाए. वहीं नसबंदी अभियान में हो रहे आंकड़ों के हेरफेर को लेकर कमिश्नर का कहना है कि जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
शहर में एक लाख से अधिक आवारा कुत्ते हैं और नगर निगम दावे करता है कि वो हर साल 20 से 25 हजार कुत्तों की नसबंदी करता है. दावा है कि पांच साल में 72 हजार से अधिक कुत्तों की नसबंदी की गई है, लेकिन ये दावे बेदम नजर आ रहे हैं क्योंकि कुत्तों की जनसंख्या राजधानी भोपाल में कम होने के बजाय लगातार बढ़ते जा रही है.