भोपाल। मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव इस बार ईवीएम के स्थान पर मतपत्रों से कराया जा रहा है. चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की मदद के लिए इस बार मत पत्रों की कलर कोडिंग कराई जा रही है. इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने कलेक्टर्स को मत पेटियों और मत पत्रों को लेकर निर्देश दिए हैं. मतदान के लिए अलग-अलग पदों के लिए मतपत्रों का रंग अलग-अलग रखा गया है, ताकि इसकी गिनती को लेकर परेशानी न आए. पंच के लिए सफेद और सरपंच के लिए नीचे रंग के मतपत्र होंगे. जबकि जनपद पंचायत सदस्य के लिए पीले रंग और जिला पंचायत सदस्य के लिए मत पत्र गुलाबी कलर का होगा.
10 फीसदी ज्यादा मतदान दल गठित होंगे: पंचायत के त्रिस्तरीय चुनाव मतपत्रों से कराए जाने हैं. आयोग ने निर्देश दिए हैं कि 10 फीसदी ज्यादा मतदान दलों का गठन किया जाए. सभी मतदान दलों में एक पीठासीन अधिकारी और तीन या चार मतदान अधिकारी रखे जाएंगे. हालांकि चुनाव में ऐसे कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी जिसके रिटायर्डमेंट का समय 6 माह से कम रह गया है. ऐसे कर्मचारी-अधिकारियों को मतदान ड्यूटी से अलग रखा जाएगा. इनसे निर्वाचन से जुड़े दूसरे काम लिए जा सकेंगे, निर्वाचन आयोग ने मतदान दलों की नियुक्ति और उनसे लिए जाने वाले कामों को लेकर निर्देश दिए हैं.
मतपेटी के डिजाइन को लेकर निर्देश: निर्वाचन आयोग ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि मतपेटी ऐसी डिजाइन कराई जाए, जिसमें मत पत्र डाले तो जाएं, लेकिन उन्हें बिना खोले निकाला न जा सके. हालांकि मतदान के समय एक कर्मचारी की मतदान केन्द्र के पास ड्यूटी लगाई जाएगी, तो बीच-बीच में पुसर के माध्यम से मतपत्रों को अंदर दबाता रहेगा. गौरतलब है कि प्रदेश भर में सरपंचों के 22 हजार 921 और पंच पद के 3 लाख 63 हजार 726 पदों के लिए चुनाव होने हैं. इसको लेकर नामांकन पत्र दाखिल करने का सिलसिला चल रहा है.