भोपाल। मध्य प्रदेश का चर्चित नेमावर हत्याकांड मामला एक बार फिर राजनीतिक तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. इस हत्याकांड में मारे गए परिवार की सबसे बड़ी बेटी भारती कास्डे ने नेमावर से भोपाल तक के लिए 11 दिवसीय न्याय यात्रा की शुरुआत कर दी है.
इस न्याय यात्रा की शुरुआत उस स्थान से की गई, जहां आदिवासी परिवार के 5 लोगों को मार कर 10 फीट गहरे गड्ढे में गाड़ दिया गया था. भारती ने उस जगह पर पूजा करते हुए इस हत्याकांड में मारे गए अपने परिवार वालों जिसमें उनकी मां, भाई और बहनों को श्रद्धांजलि देकर इस न्याय यात्रा की शुरूआत की, और दोषियों को फांसी की सजा दिलाने तक लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया. भारती की मांग हैं कि सभी दोषियों को फांसी की सजा दी जाए, तभी उसके परिवार के मृत लोगों को न्याय मिल पाएगा. (Nemawar murder case nyay yatra in Madhya Pradesh)
न्याय यात्रा में विधायक भी युवती के साथ शामिल
इस न्याय यात्रा में भारती के साथ विधायक हीरालाल अलावा और सामाजिक संघठन से जुड़े कुछ कार्यकर्ता भी शामिल हैं. न्याय के लिए निकाली जा रही यह पद यात्रा प्रतिदिन 15 किलोमीटर का सफर तय करते हुए 11 दिन बाद भोपाल के राजभवन पहुंचेगी. भारती ने कहा कि, यह यात्रा प्रदेश की सभी बेटियों की सुरक्षा के लिए निकाली जा रही है. हम नहीं चाहते कि जो हमने सहा है, वह कोई और सहे. सभी सामाजिक और आदिवासी संघठनों द्वारा किए गए आंदोलन के बाद यह फैसला लिया गया है. अगर यह फैसला शिवराज सरकार द्वारा पहले ही ले लिया जाता तो, मामले में सही जांच हो पाती अब तक कई साक्ष्य मिटने के प्रयास किए गए होंगे. (Madhya Pradesh government recommends cbi probe)
ये था नेमावर हत्याकांड
29 जून को देवास के नेमावर में एक खेत से एक ही परिवार के 5 लोगों के कंकाल मिले थे. कंकाल को खेत के अंदर 10 फीट नीचे गहरे गड्ढे से निकाला गया था. ये कंकाल 13 मई से लापता चल रहे आदिवासी परिवार के सदस्यों के थे. जब मामले का खुलासा हुआ तो हर कोई हैरान रह गया. छानबीन में पता चला कि इस परिवार की एक युवती का आरोपी सुरेन्द्र के साथ प्रेम संबंध था. युवती जब आरोपी पर शादी का दबाव बनाने लगी, तो उसे रास्ते से हटाने के लिए आरोपी सुरेन्द्र ने युवती सहित उसके परिवार की हत्या कर दी थी और शवों को खेत में 10 फीट नीचे गाड़ दिया था. (Nemawar murder case)
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पुलिस ने 9 लोगों को आरोपी बनाया
पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड मामले में 9 लोगों को आरोपी बनाया था. हत्यारों की गिरफ्तारी कर ली गई है. आरोपियों ने घटना को इतना शातिर तरीके से अंजाम दिया था कि 2 महीने तक पुलिस परिवार के लापता सदस्यों को ढूंढ नहीं पाई थी. पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपी बड़े ही शातिर तरीके से अलग-अलग लोकेशन पर जाकर युवती का मोबाइल ऑन करते थे और फिर बंद कर देते थे. इतना ही नहीं आरोपियों ने शवों को गलाने के लिए शवों के साथ यूरिया और नमक डाला था.