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बुजुर्ग वोट बैंक पर नजर: आज से तीर्थ दर्शन योजना का फिर आगाज़, पहली ट्रेन बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के लिए हो रही है रवाना

मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इसको लेकर शिवराज सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. वोटरों को लुभाने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसी के चलते सरकार प्रदेश के 10 फीसदी बुजुर्गों को सरकारी खर्च पर तीर्थ यात्रा करा रही है. मंगलवार को पहली ट्रेन काशी (वाराणसी) के लिए रवाना हो रही है. (Mukhyamantri Tirth Darshan Yojana MP 2022)

Mukhyamantri Tirth Darshan Yojana MP 2022 starts today Shivraj Singh to Flag off the yatra from Bhopal
आज से तीर्थ दर्शन योजना का फिर आगाज़
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Published : Apr 19, 2022, 8:02 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में भले ही विधानसभा चुनाव 2023 में होने हैं, लेकिन सियासी दलों की नजर अभी से वोट बैंक पर है. राज्य में बड़ा वोट बैंक महिलाएं और बुजुर्ग हैं. अब इन्हें रिझाने की शिवराज सरकार ने कोशिशें तेज कर दी हैं. यही कारण है कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना फिर शुरू कर दी गई है. भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 19 अप्रैल यानी आज मंगलवार को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा की ट्रेन रवाना हो रही है. तीर्थ दर्शन की पहली ट्रेन काशी जा रही है, जहां भगवान विश्वनाथ जी, संत रविदास जी और कबीरदास जी की जन्मस्थली के भी दर्शन होंगे. (Mukhyamantri Tirth Darshan Yojana starts today)

19 अप्रैल से तीर्थ दर्शन योजना की यात्राएं शुरू: तीर्थ दर्शन की पहली ट्रेन काशी जा रही है. ये भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 19 अप्रैल यानी आज रवाना होकर 20 अप्रैल की सुबह वाराणसी पहुंचेगी और 20 एवं 21 अप्रैल को तीर्थ-यात्री भगवान विश्वनाथ के दर्शन कर गंगा आरती में भी शामिल होंगे. तीर्थ-यात्री 22 अप्रैल को गृह प्रदेश लौटेंगे.

मुख्यमंत्री चौहान करेंगे तीर्थ यात्रा को रवाना: तीर्थ दर्शन की पहली स्पेशल ट्रेन को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं भोपाल से हरी झंडी दिखा रहे हैं. तीर्थ-यात्रियों को लौटते समय भगवान विश्वनाथ का स्मृति-चिन्ह भेंट किया जाए. इस मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में भोपाल संभाग के चार जिले और सागर संभाग के तीन जिलों के 974 यात्री जायेंगे. इस ट्रेन में भजन मंडली भी रहेगी. भजन मंडली के सदस्य यात्रा के दौरान समयानुकूल भजन गाते रहेंगे. यात्रा पर जाने वाले तीर्थ-यात्रियों को तुलसी की माला पहनाई जाएगी. सीएम शिवराज सिंह के चौथे कार्यकाल में यह पहला मौका होगा जब ट्रेन से तीर्थ दर्शन कराया जा रहा है.

  • भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 19 अप्रैल को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा की ट्रेन रवाना होगी।

    फिर से तीर्थ दर्शन यात्रा प्रारंभ हो रही है और तीर्थ दर्शन की पहली ट्रेन काशी जा रही है, जहां भगवान विश्वनाथ जी, संत रविदास जी और कबीरदास जी की जन्मस्थली के भी दर्शन होंगे। pic.twitter.com/9Lnaz7nP8r

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये लोग कर सकते हैं तीर्थ यात्रा: इस यात्रा में शामिल होने के लिए जरुरी है कि तीर्थ-यात्री की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो. महिलाओं के संदर्भ में दो वर्ष की छूट दी जाती है. तीर्थ-यात्री आयकरदाता न हो और शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम होना चाहिए. किसी संक्रामक रोग से ग्रस्त न हो, यह भी आवश्यक है. यात्रा के लिए सक्षम 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग व्यक्ति के लिए आयु सीमा का बंधन नहीं है. योजना में जो व्यक्ति तीर्थ-यात्रा कर आए हैं, वे पांच वर्ष बाद ही पुन: यात्रा के लिए पात्र होंगे.

क्या पूरा हो पाएगा 'मामा' का सपना ! 2022 में तैयार होने वाले सीएम राइज स्कूल पर चल रहीं सिर्फ चर्चाएं

क्या है मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ? :शिवराज सिंह चौहान द्वारा 3 अगस्त 2012 को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शुरू की गई थी. इस योजना के तहत प्रदेश के मूल निवासी जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है ऐसे बुजुर्गों को मुफ्त में तीर्थ दर्शन कराया जाता है. एक ट्रेन में ज्यादा से ज्यादा एक हजार तीर्थयात्री रवाना होते हैं. धर्म एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर का कहना है कोरोना का कहर खत्म हो रहा है इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने अधिसूचित तीर्थ स्थलों के लिए ट्रेन चलाने के निर्देश दिए हैं. जल्दी बुजुर्ग तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होंगे.

कितने तीर्थ स्थल अधिसूचित हैं: मध्य प्रदेश सरकार की इस योजना के अंतर्गत अभी 33 तीर्थ स्थल अधिसूचित हैं. बद्रीनाथ, केदारनाथ, जगन्नाथपुरी, द्वारकापुरी, हरिद्वार, शिर्डी, तिरुपति, अजमेर शरीफ, आदि शामिल हैं.

जनवरी 2020 में रवाना हुई थी आखिरी ट्रेन: मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन शिवराज सरकार की फ्लैगशिप योजना में से एक है. लेकिन पिछले 2 साल से कोरोना के चलते योजना बंद चल रही थी. इस योजना में श्रद्धालुओं को लेकर आखिरी ट्रेन कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में जनवरी 2020 में रवाना हुई थी. कोरोना के चलते इसका संचालन बंद कर दिया गया था. (Mukhyamantri Tirth Darshan Yojana MP 2022) (Mission MP 2023) (Vote bank politics in mp)

भोपाल। मध्य प्रदेश में भले ही विधानसभा चुनाव 2023 में होने हैं, लेकिन सियासी दलों की नजर अभी से वोट बैंक पर है. राज्य में बड़ा वोट बैंक महिलाएं और बुजुर्ग हैं. अब इन्हें रिझाने की शिवराज सरकार ने कोशिशें तेज कर दी हैं. यही कारण है कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना फिर शुरू कर दी गई है. भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 19 अप्रैल यानी आज मंगलवार को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा की ट्रेन रवाना हो रही है. तीर्थ दर्शन की पहली ट्रेन काशी जा रही है, जहां भगवान विश्वनाथ जी, संत रविदास जी और कबीरदास जी की जन्मस्थली के भी दर्शन होंगे. (Mukhyamantri Tirth Darshan Yojana starts today)

19 अप्रैल से तीर्थ दर्शन योजना की यात्राएं शुरू: तीर्थ दर्शन की पहली ट्रेन काशी जा रही है. ये भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 19 अप्रैल यानी आज रवाना होकर 20 अप्रैल की सुबह वाराणसी पहुंचेगी और 20 एवं 21 अप्रैल को तीर्थ-यात्री भगवान विश्वनाथ के दर्शन कर गंगा आरती में भी शामिल होंगे. तीर्थ-यात्री 22 अप्रैल को गृह प्रदेश लौटेंगे.

मुख्यमंत्री चौहान करेंगे तीर्थ यात्रा को रवाना: तीर्थ दर्शन की पहली स्पेशल ट्रेन को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं भोपाल से हरी झंडी दिखा रहे हैं. तीर्थ-यात्रियों को लौटते समय भगवान विश्वनाथ का स्मृति-चिन्ह भेंट किया जाए. इस मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में भोपाल संभाग के चार जिले और सागर संभाग के तीन जिलों के 974 यात्री जायेंगे. इस ट्रेन में भजन मंडली भी रहेगी. भजन मंडली के सदस्य यात्रा के दौरान समयानुकूल भजन गाते रहेंगे. यात्रा पर जाने वाले तीर्थ-यात्रियों को तुलसी की माला पहनाई जाएगी. सीएम शिवराज सिंह के चौथे कार्यकाल में यह पहला मौका होगा जब ट्रेन से तीर्थ दर्शन कराया जा रहा है.

  • भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 19 अप्रैल को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा की ट्रेन रवाना होगी।

    फिर से तीर्थ दर्शन यात्रा प्रारंभ हो रही है और तीर्थ दर्शन की पहली ट्रेन काशी जा रही है, जहां भगवान विश्वनाथ जी, संत रविदास जी और कबीरदास जी की जन्मस्थली के भी दर्शन होंगे। pic.twitter.com/9Lnaz7nP8r

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये लोग कर सकते हैं तीर्थ यात्रा: इस यात्रा में शामिल होने के लिए जरुरी है कि तीर्थ-यात्री की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो. महिलाओं के संदर्भ में दो वर्ष की छूट दी जाती है. तीर्थ-यात्री आयकरदाता न हो और शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम होना चाहिए. किसी संक्रामक रोग से ग्रस्त न हो, यह भी आवश्यक है. यात्रा के लिए सक्षम 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग व्यक्ति के लिए आयु सीमा का बंधन नहीं है. योजना में जो व्यक्ति तीर्थ-यात्रा कर आए हैं, वे पांच वर्ष बाद ही पुन: यात्रा के लिए पात्र होंगे.

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क्या है मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ? :शिवराज सिंह चौहान द्वारा 3 अगस्त 2012 को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शुरू की गई थी. इस योजना के तहत प्रदेश के मूल निवासी जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है ऐसे बुजुर्गों को मुफ्त में तीर्थ दर्शन कराया जाता है. एक ट्रेन में ज्यादा से ज्यादा एक हजार तीर्थयात्री रवाना होते हैं. धर्म एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर का कहना है कोरोना का कहर खत्म हो रहा है इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने अधिसूचित तीर्थ स्थलों के लिए ट्रेन चलाने के निर्देश दिए हैं. जल्दी बुजुर्ग तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होंगे.

कितने तीर्थ स्थल अधिसूचित हैं: मध्य प्रदेश सरकार की इस योजना के अंतर्गत अभी 33 तीर्थ स्थल अधिसूचित हैं. बद्रीनाथ, केदारनाथ, जगन्नाथपुरी, द्वारकापुरी, हरिद्वार, शिर्डी, तिरुपति, अजमेर शरीफ, आदि शामिल हैं.

जनवरी 2020 में रवाना हुई थी आखिरी ट्रेन: मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन शिवराज सरकार की फ्लैगशिप योजना में से एक है. लेकिन पिछले 2 साल से कोरोना के चलते योजना बंद चल रही थी. इस योजना में श्रद्धालुओं को लेकर आखिरी ट्रेन कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में जनवरी 2020 में रवाना हुई थी. कोरोना के चलते इसका संचालन बंद कर दिया गया था. (Mukhyamantri Tirth Darshan Yojana MP 2022) (Mission MP 2023) (Vote bank politics in mp)

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