भोपाल। वैक्सीनेशन महाअभियान को मिली सफलता से उत्साहित प्रदेश के मुख्यमंत्री स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल और कोचिंग संस्थानों को खोलने पर जल्द ही कोई फैसला ले सकते हैं. वैक्सीनेशन को मिला लोगों का सपोर्ट देखते हुए सीएम ने सोमवार को एक ट्वीट भी किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि वैक्सीनेशन की रफ्तार को देखते हुए हम कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने में मजबूत हुए हैं. यही रफ्तार रही तो जल्द ही स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान और सिनेमा हॉल खोलने पर सरकार कोई फैसला ले सकती है. सीएम ने लिखा कि आखिर इन्हें कब तक बंद रखेंगे.
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हम हमेशा के लिए न तो बाज़ार बंद रख सकते हैं और न ही स्कूल, कॉलेज और कोचिंग। अगर सबको वैक्सीन लग जाए, तो हम इन्हें खोल पायेंगे। हमें अब तीसरी लहर नहीं आने देना है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 21, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
भोपाल के अन्ना नगर में #MPVaccinationMahaAbhiyan अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। https://t.co/VXvMxecYaS https://t.co/cWIF4paTj9 pic.twitter.com/4g8qbr1zFU
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 21, 2021
भोपाल के अन्ना नगर में #MPVaccinationMahaAbhiyan अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। https://t.co/VXvMxecYaS https://t.co/cWIF4paTj9 pic.twitter.com/4g8qbr1zFUहम हमेशा के लिए न तो बाज़ार बंद रख सकते हैं और न ही स्कूल, कॉलेज और कोचिंग। अगर सबको वैक्सीन लग जाए, तो हम इन्हें खोल पायेंगे। हमें अब तीसरी लहर नहीं आने देना है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 21, 2021
भोपाल के अन्ना नगर में #MPVaccinationMahaAbhiyan अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। https://t.co/VXvMxecYaS https://t.co/cWIF4paTj9 pic.twitter.com/4g8qbr1zFU
1 जुलाई से खुल सकते हैं स्कूल ?
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी आने के बाद प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश में कक्षा पहली से 12वीं तक के स्कूलों को जल्द खोला जा सकता है. माना जा रहा है कि 1 जुलाई तक स्कूल, कॉलेज खोलने को लेकर कोई फैसला लिया जा सकता है.
बना हुआ है तीसरी लहर का खतरा
कुछ दिन पहले स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा था अभी स्कूलों को खोलने को लेकर स्थिति साफ नहीं है. इसके लिए एक मंत्री समूह गठित किया है जो जल्द ही इस संबंध में रिपोर्ट देगा. इसके बाद ही स्कूल खोलने को लेकर कुछ फैसला लिया जा सकता है. हांलाकि अभी कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बरकरार है. एक्सपर्ट के मुताबिक इससे बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा होगा इसे देखते हुए ही कोई फैसला लिया जा सकेगा. मंत्री ने बताया था कि फिलहाल जून महीने में स्कूल नहीं खोले जा रहे हैं. स्कूल खोलने के प्रक्रिया शुरू होने पर पहले बड़ी कक्षाओं यानि कि 9वीं से 12वीं तक ही स्कूलों को खोला जाएगा.हालांकि प्राइवेट स्कूलों ने नये सत्र के लिए एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह प्रक्रिया ऑनलाइन ही है. इसी को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश में जल्द ही स्कूलों को खोलने की इजाजत दे दी जायेगी.
एमपी सरकार ने 350 ‘स्मार्ट स्कूलों’ की स्थापना को दी मंजूरी
मध्य प्रदेश सरकार ने 22 जून को ‘स्मार्ट क्लास’ सहित सभी सुविधाओं से युक्त 350 स्कूलों की स्थापना के लिए 6,952 करोड़ रुपये की राशि मंजूर कर दी है. प्रदेश के गृह मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि कैबिनेट ने मंगलवार को स्मार्ट कक्षाओं सहित विभिन्न सुविधाओं वाले 350 स्कूलों की स्थापना के बजट और प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
- प्रदेश में पहले चरण में ऐसे 350 स्कूल खोले जाएंगे .
- इसके बाद चरणबद्ध तरीके से इस प्रकार के कुल 9,200 स्कूल खोलने की योजना है.
- पहले चरण में प्रदेश के 52 जिला मुख्यालयों और 261 ब्लॉक स्तर पर एक-एक स्कूल खोला जाएगा.
- इसके अलावा बड़े शहरों और अन्य क्षेत्रों में 37 स्कूल खोले जाएगें.
- इन स्कूलों में प्राथमिक से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं संचालित की जाएंगी.
- गृहमंत्री ने बताया कि स्कूल के 15 किलोमीटर की परिधि में रहने वाले छात्रों को इसका लाभ मिलेगा.
पिछले साल 25 मार्च से ही लगभग बंद पड़े हैं स्कूल
दरअसल, कोरोना की पहली लहर के वक्त पिछले साल देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही 25 मार्च से स्कूल बंद हो गए. तब से स्कूल बंद ही पड़े हैं. इस बीच बोर्ड परीक्षाएं भी रद्द की जा चुकी हैं और अब कुछ फॉर्म्युलों के तहत 10वीं और 12वीं के बच्चों के रिजल्ट तैयार किए जा रहे हैं. चूंकि कोरोना की तीसरी लहर की भी गुंजाइश जताई जा रही है, इस कारण यह कहा जा सकता है कि राज्य सरकारें स्कूल खोलने की दिशा में फूंक-फूंक कर ही कदम बढ़ाएंगी. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगस्त से अक्टूबर के बीच तीसरी लहर आ जाएगी। ऐसे में ज्यादातर राज्य सरकारें वेट ऐंड वॉच की नीति अपना रही हैं.