भोपाल। बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने एम्स के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर एम्स डायरेक्टर को पत्र लिखा है. साध्वी प्रज्ञा ने पत्र लिखते हुए कहा कि, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की आयु सीमा बंधन को समाप्त किया जाए और उनके अनुभन के आधार पर साक्षात्कार में अतिरिक्क वोनस दिए जाए. साथ ही अनुभवी कर्मचारियों की सेवाएं निरंतर रखी जाए.
एमपी के मूल निवासियों को दी जाए प्राथमिकता
सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने एम्स डॉयरेक्टर को पत्र लिखते हुए यह भी कहा है कि, एम्स भोपाल में आवश्यकता अनुसार नए कर्मचारियों की भर्ती में मध्यप्रदेश के मूल निवासियों को प्राथमिकता देना सुनिश्चित किया जाए. सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सीधे तौर पर मांग की है कि एम्स भोपाल में जिन भी नए कर्मचारियों की भर्ती की जानी है. उनमें प्रदेश के बाहरी कर्मचारियों की जगह मध्यप्रदेश के मूल निवासियों को प्राथमिकता दी जाए.
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को हटाने की चल रही प्रक्रिया
भोपाल एम्स में नई भर्ती की जानी है, इस भर्ती प्रक्रिया से पहले पूर्व से कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को आयु सीमा को लेकर हटाने की कवायद की जा रही है और नई भर्ती की जा रही है. यही वजह है कि, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवाओं पर तलवार लटक रही है. लिहाजा इन कर्मचारियों की सेवाएं निरंतर रखने को लेकर सांसद ने एम्स डॉयरेक्टर को पत्र लिखा है.