भोपाल। शिवराज सरकार कहती है कि मध्य प्रदेश में बिजली संकट नहीं है, लेकिन निकाय चुनाव के दौरान भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ का बंगला अंधेरे में डूब गया. कमलनाथ के बंगले पर चुनावी रणनीति के तहत महापौर और पार्षद प्रत्याशी बुलाए गए थे, लेकिन उनकी बैठक बगैर बिजली के हुई. कांग्रेस की तरफ से महापौर प्रत्याशी विभा पटेल अपना भाषण दे रहीं थी तभी बिजली गुल हो गई.
मोबाइल की फ्लैशलाइट से बनी रणनीति: मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने तैयारियों तेज कर दी हैं. इसी सिलसिले में कांग्रेस नेताओं ने कमलनाथ के बंगले पर चुनावों में जीत का मंत्र देने के लिए बैठक बुलाई थी. इस दौरान बत्ती गुल रही और बैठक अंधेरे के साए में ही हुई. 2 घंटे तक मोबाइल की फ्लैशलाइट के जरिए रणनीति बनाई गई. वहीं गर्मी के चलते कांग्रेस नेता पसीना-पसीना हो गए.
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कमलनाथ के बंगले नजदीक है सीएम हाउस: बता दें कमलनाथ का बंगला श्यामला हिल्स सिविल लाइंस में है. यह भोपाल का वीवीआईपी इलाका कहा जाता है. कमलनाथ के बंगले के पास ही मुख्यमंत्री का आवास भी है. लेकिन बावजूद इसके उनके बंगले पर 2 घंटे तक लाइट नहीं आई. कमलनाथ सहित कांग्रेस नेताओं ने मध्यप्रदेश में बिजली संकट को लेकर कई बार शिवराज सरकार को घेरा है. कुछ दिन पूर्व ही कमलनाथ ने कहा था कि प्रदेश में कई-कई घंटे बिजली गायब रहती है. ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भयावह होती जा रही है.
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