भोपाल। बीजेपी में होने वाले संगठन चुनावों पर गहमागहमी बनी हुई है. क्योंकि मंडल अध्यक्ष के बाद अब जिला अध्यक्ष के चुनाव में भी उम्र का पेंच फंसता नजर आ रहा है. जिला अध्यक्षों के चुनाव की उम्र भी अब 50 साल से बढ़ाकर 55 साल कर दी गई है. प्रत्याशियों की उम्र को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के कड़े नियम और स्थानीय नेताओं के दबाव के बीच बीजेपी धर्म संकट में फंस गई है. इसी के चलते बीजेपी ने अब जिला अध्यक्षों की उम्र में बड़ा बदलाव किया है.
पहले मंडल अध्यक्षों के प्रत्याशियों की उम्र 35 से 40 साल करने के बाद बीजेपी अब जिला अध्यक्षों की उम्र सीमा 50 से बढ़ाकर 55 कर रही है. 30 नवंबर को पूरे प्रदेश में बीजेपी के जिला अध्यक्षों के चुनाव होना है. इसके पहले भोपाल स्थित बीजेपी मुख्यालय में जिला चुनाव प्रभारियों की बैठक की गई. जिसमें बीजेपी ने ज्यादा से ज्यादा जिलों में बिना विवाद के चुनाव संपन्न कराने की चर्चा की है. जबकि उम्र पर केंद्र के नियमों को भी बदला गया.
प्रदेश चुनाव प्रभारी हेमंत खंडेलवाल का कहना है कि चार जिलों को छोड़कर बाकी सभी जिलों में कल चुनाव प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी. यदि किसी स्थान पर 50 तक का कोई उम्मीदवार नहीं मिलता है तो 55 वर्ष तक के उम्मीदवार को जिला अध्यक्ष बनाया जा सकता है. इससे स्थिति साफ है कि संगठन चुनाव को लेकर कहीं ना कहीं बड़े नेताओं का दबाव है और वह अपने चहेतों को उपकृत करना चाहते हैं.