भोपाल/छतरपुर। छतरपुर कलेक्टर को हटाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखने का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है. पहले कांग्रेस विधायकों ने डीएम को हटाने की मांग की, फिर बीजेपी के विधायकों ने भी कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस सरकार में नौकरशाह ही भगवान हो गए हैं, यहां जो अधिकारी चाह रहे हैं, वही हो रहा है, जबकि विधायकों और मंत्रियों की कोई नहीं सुन रहा है.
बीजेपी प्रवक्ता राकेश शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में मंत्री अधिकारियों के रेट बता रहे हैं, अधिकारी मंत्रियों के रेट बता रहे हैं. उन्होंने कहा इतना ही नहीं, मंत्री अपने काम तक नहीं करवा पा रहे हैं और सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकारियों की बल्ले-बल्ले चल रही है, उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर भ्रष्टाचार के आरोप में किसी अधिकारी को हटाया जाता है, तो दूसरे ही दिन उसकी मलाइदार जगह पर पोस्टिंग कर दी जाती है.
कलेक्टर के खिलाफ विधायकों की शिकायत पर कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि, मामला क्या है, यह सरकार में बैठे वरिष्ठ लोग जांच करेंगे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ सामंजस्य बिठा कर काम करना चाहिए.
गौरतलब है कि चंदला से भाजपा विधायक राजेश प्रजापति सोमवार को छतरपुर कलेक्टर मोहित बुंदस से मुलाकात के लिए पहुंचे. जहां उन्हें एक घंटे तक कक्ष से बाहर बैठाकर इंतजार करना पड़ा. इस मामले में कलेक्टर का कहना था, कि उन्हें विधायक के आने की खबर नहीं थी. बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा, आलोक चतुर्वेदी, प्रद्युमन सिंह लोधी, नीरज दीक्षित और सपा विधायक राजेश शुक्ला भी कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं. लिहाजा उन्होंने बुंदस को हटाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है.