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Modi cabinet expansion: मोदी मंत्रिमंडल विस्तार से मध्य प्रदेश को बड़ी उम्मीदें

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Published : Jul 6, 2021, 6:55 PM IST

मोदी मंत्रिमंडल विस्तार (Modi cabinet expansion) से मध्यप्रदेश को काफी आस लगी है. वर्तमान में राज्य से चार मंत्री हैं, इनमें से थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया. ऐसे में नये चेहरों की संभावनाएं बढ़ गई हैं. सियासी गलियारों में सतना के सांसद गणेश सिंह (Ganesh Singh), जबलपुर से सांसद राकेश सिंह (Rakesh Singh) और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की चर्चा है.

Narendra Modi
नरेंद्र मोदी

भोपाल| केंद्रीय मंत्रिमंडल (central cabinet expansion) का जल्दी ही विस्तार होने वाला है , इससे मध्य प्रदेश के कई नेताओं की उम्मीदें (big hopes) हिलोरे मारने लगी है क्योंकि कई नए चेहरों को जगह दिए जाने की चर्चा तेज हैं. हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)को दिल्ली से फोन आ चुका है और वे दिल्ली पहुंच चुका हैं.

ज्योतिरादित्य सिंधिया का मंत्री बनना तय
मोदी सरकार में वर्तमान में राज्य से चार मंत्री हैं, इनमें से थावरचंद गहलोत (Thawar Chand Gehlot) को कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया है. अब राज्य से सिर्फ तीन मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते (Faggan Singh Kulaste), नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) और प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel) ही मोदी टीम का हिस्सा रह जाएंगे. मंत्रिमंडल विस्तार में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का मंत्री बनना तय है. साथ ही, थावरचंद गहलोत के मंत्रिमंडल से बाहर होने पर नए चेहरे के शामिल होने की संभावना ने जोर पकड़ लिया है.


सियासी गलियारों में तीन नामों की चर्चा जोरों पर
सियासी गलियारों में सतना के सांसद गणेश सिंह, जबलपुर से सांसद राकेश सिंह (Rakesh Singh)और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की चर्चा हैं. गहलोत के राज्यपाल बनाए जाने के बाद विजयवर्गीय के मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. साथ ही यह भी चर्चा है कि उन्हें खंडवा से लोकसभा का उप चुनाव भी लड़ा जा सकता है. इसके पीछे वजह ये है कि गहलोत और विजयवर्गीय दोनों ही मालवा निमाड़ अंचल से आते हैं.

मंत्रिमंडल विस्तार : कई सवालों के मिलेंगे जवाब

विंध्य क्षेत्र और निमाड़ मालवा को साधने की हो सकती है कोशिश
भाजपा के सूत्रों की माने तो विंध्य क्षेत्र और निमाड़ मालवा ऐसा है जहां से केंद्र सरकार में कोई मंत्री नहीं है. इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार में इन दोनों स्थानों के प्रतिनिधियों को जगह मिल सकती है. अगर ऐसा होता है तो विंध्य से सतना के सांसद गणेश सिंह का मंत्री बनाए जाने का दावा मजबूत रहेगा, गणेश सिंह पिछड़े वर्ग से भी आते हैं.

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मध्य प्रदेश को मंत्रिमंडल विस्तार में महत्व मिलना तय है क्योंकि राज्य की सत्ता में भाजपा की वापसी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा हाथ था, लिहाजा उन्हें मंत्री बनाया जाएगा. गहलोत को राज्यपाल बना दिया गया है तो उनके स्थान पर मालवा से भी कोई नेता मंत्रिमंडल में जगह पा सकता है. कुल मिलाकर यह विस्तार से राज्य को बड़ी आस है जो पूरी हो सकती है.

--आईएएनएस

भोपाल| केंद्रीय मंत्रिमंडल (central cabinet expansion) का जल्दी ही विस्तार होने वाला है , इससे मध्य प्रदेश के कई नेताओं की उम्मीदें (big hopes) हिलोरे मारने लगी है क्योंकि कई नए चेहरों को जगह दिए जाने की चर्चा तेज हैं. हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)को दिल्ली से फोन आ चुका है और वे दिल्ली पहुंच चुका हैं.

ज्योतिरादित्य सिंधिया का मंत्री बनना तय
मोदी सरकार में वर्तमान में राज्य से चार मंत्री हैं, इनमें से थावरचंद गहलोत (Thawar Chand Gehlot) को कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया है. अब राज्य से सिर्फ तीन मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते (Faggan Singh Kulaste), नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) और प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel) ही मोदी टीम का हिस्सा रह जाएंगे. मंत्रिमंडल विस्तार में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का मंत्री बनना तय है. साथ ही, थावरचंद गहलोत के मंत्रिमंडल से बाहर होने पर नए चेहरे के शामिल होने की संभावना ने जोर पकड़ लिया है.


सियासी गलियारों में तीन नामों की चर्चा जोरों पर
सियासी गलियारों में सतना के सांसद गणेश सिंह, जबलपुर से सांसद राकेश सिंह (Rakesh Singh)और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की चर्चा हैं. गहलोत के राज्यपाल बनाए जाने के बाद विजयवर्गीय के मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. साथ ही यह भी चर्चा है कि उन्हें खंडवा से लोकसभा का उप चुनाव भी लड़ा जा सकता है. इसके पीछे वजह ये है कि गहलोत और विजयवर्गीय दोनों ही मालवा निमाड़ अंचल से आते हैं.

मंत्रिमंडल विस्तार : कई सवालों के मिलेंगे जवाब

विंध्य क्षेत्र और निमाड़ मालवा को साधने की हो सकती है कोशिश
भाजपा के सूत्रों की माने तो विंध्य क्षेत्र और निमाड़ मालवा ऐसा है जहां से केंद्र सरकार में कोई मंत्री नहीं है. इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार में इन दोनों स्थानों के प्रतिनिधियों को जगह मिल सकती है. अगर ऐसा होता है तो विंध्य से सतना के सांसद गणेश सिंह का मंत्री बनाए जाने का दावा मजबूत रहेगा, गणेश सिंह पिछड़े वर्ग से भी आते हैं.

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मध्य प्रदेश को मंत्रिमंडल विस्तार में महत्व मिलना तय है क्योंकि राज्य की सत्ता में भाजपा की वापसी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा हाथ था, लिहाजा उन्हें मंत्री बनाया जाएगा. गहलोत को राज्यपाल बना दिया गया है तो उनके स्थान पर मालवा से भी कोई नेता मंत्रिमंडल में जगह पा सकता है. कुल मिलाकर यह विस्तार से राज्य को बड़ी आस है जो पूरी हो सकती है.

--आईएएनएस

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