भोपाल: देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर अब तक कांग्रेस पर किसानों को बरगलाने के आरोप लग रहे थे. अब कांग्रेस खुलकर किसानों के समर्थन में आ गई है. मध्य प्रदेश में जहां भाजपा और शिवराज सरकार कृषि बिलों के समर्थन में जन जागरण अभियान चला रही है. कांग्रेस ने तय किया है कि वह किसान बिलों के विरोध में किसानों के साथ आंदोलन करेंगे और सड़कों पर उतरेंगे. हालांकि कांग्रेस ने अभी इस आंदोलन का कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया है और ना ही तारीख बताई है.
हिंदुस्तान का किसान प्रताड़ित और अर्थव्यवस्था चौपट
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि आज पूरे भारत में किसान आंदोलन को लेकर आग लगी हुई है. पूरे हिंदुस्तान का किसान प्रताड़ित है और अर्थव्यवस्था चौपट होने की कगार पर पहुंच गई है. सरकार आश्वासन के रूप में किसान भाइयों को भरोसा दे रही है, लेकिन लिखित में देने को तैयार नहीं हैं. इससे पता चलता है कि सरकार की नीयत ठीक नहीं है. देश में कृषि जैसे मुद्दे पर बहस चल रही है और पूरे देश में आंदोलन चल रहा है.
पीएम मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का किया था वादा
जीतू पटवारी कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेंगे. उन्होंने कहा था कि किसान की मेहनत और लागत मिलाकर 50% अलग से सरकार की तरफ से समर्थन मूल्य दिया जाएगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी कहा था कि 2020 तक किसानों की आय दोगुनी करूंगा. वह किसानों को अपना भगवान बताते थे. अब भारतीय जनता पार्टी अलग बात कर रही है और किसान अलग बात कर रहे हैं. अब कृषि मंत्री कमल पटेल किसानों के संगठन को बिचौलियों का संगठन कर रहे हैं. बीजेपी के मंत्री किसानों को टुकड़े टुकड़े गैंग बता रहे हैं. एक मंत्री तो कह रहे हैं कि किसानों को जूते मारना चाहिए. शर्म आना चाहिए ऐसी मानसिकता पर जो हमारा पेट भरने वाले हमारे भगवान को व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए गालियां देने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं.
मप्र में पिछले 6 महीने में मंडियों की हालत बद से बदतर
जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि इन कानूनों के जरिए सरकार मंडियों को बंद करना चाहती है. मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार आने के बाद पिछले 5 से 6 महीने में 47 मंडियां बंद हो गई हैं. मध्य प्रदेश की मंडियों की आय जो 600 करोड़ रूपया होती थी, वह सवा दो सौ करोड रुपए रह गई है. मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश में समर्थन मूल्य पर खरीदी का दावा करते हैं,लेकिन यह सरासर झूठ है.
अंडानी-अंबानी सरकारी मंडी बंद कराना चाहते हैं
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा का कहना है कि प्रदेश में 70- 80 फीसदी किसानी होती है. देश के पूरे उद्योग धंधे भी कहीं ना कहीं किसानी से जुड़े हुए हैं. जब कमलनाथ की सरकार बनी, तो उन्होंने ऋण माफी पर कहा था कि हमने किसानों का कर्ज माफ कर एहसान नहीं किया, बल्कि यह किसानों का हक था. प्राइवेट मंडियां छोटा व्यापारी नहीं बना सकता है, बड़े-बड़े उद्योगपति अंबानी-अडानी जैसे ही लोग बना सकते हैं. उन्हीं का मत होगा कि शासकीय मंडी बंद हो जाएं. हिंदुस्तान में आधे से ज्यादा लोग बीपीएल कार्ड धारी हैं, जब ये कानून लागू हो जाएंगे. तो गरीबों के राशन की व्यवस्था भी खत्म हो जाएगी और महंगाई बढ़ जाएगी.
कमल पटेल और शिवराज सिंह किसानों से माफी मांगे
पीसी शर्मा ने कहा कि कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों का अपमान किया है. किसान संगठनों को कुकरमुत्तों की तरह बताया है. किसान संगठनों को बिचौलियों का संगठनों और देशद्रोही कहा है. मौजूदा प्रोटेम स्पीकर किसानों की आत्महत्या पर कह चुके हैं कि सब्सिडी चाटने वाले किसान मरते हैं. नाथूराम गोडसे को संत बताने वाली प्रज्ञा ठाकुर किसानों को आतंकवादी बता रही हैं. इनके नेता किसानों को टुकड़े-टुकड़े गैंग कहते हैं. कमल पटेल ने किसानों का अपमान किया है,वह किसानों से माफी मांगे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी माफी मांगे.
अब हम किसानों के साथ सड़क पर उतरेंगे
कांग्रेसी विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि अभी तक भाजपा आरोप लगा रही थी कि कांग्रेस किसानों का आंदोलन करवा रही है, लेकिन अब कांग्रेस सड़क पर उतरकर किसानों का समर्थन करेगी. हम किसानों के बीच जाकर उपवास रखेंगे और किसानों की मांगों को पूरी ताकत से उठाएंगे. हम किसानों को समझाएंगे कि देश में मोदी इंडिया कंपनी चल रही है.