भोपाल। पंचायत चुनाव (MP Panchayat election 2021) के ऐलान पर सियासी जंग शुरू हो गई है. एक तरफ जहां बीजेपी कहती है कि यह पंचायत चुनाव भले ही दलगत नहीं होते, लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ता मैदान में डट कर इतिहास बनाने में लगे हुए हैं. कार्यकर्ता जगह-जगह अपनी मेहनत के आधार पर प्रधानमंत्री की गरीब कल्याण योजना, जो गांव गरीब तक पहुंच रही हैं, उनके जरिए चुनाव में जीत जीत दर्ज करेंगे.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भाजपा पर लगाया आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी (bjp in MP Panchayat election) पर आरोप लगाते हुए लिखा कि सरकार इन चुनाव से डरी हुई है. वह चुनाव करवाना नहीं चाहती. जब परिसीमन और आरक्षण को लेकर न्यायालय में याचिका पहुंची, तो अचानक शनिवार को जल्दबाजी में पंचायत चुनाव की घोषणा कर दी. यह समझ से परे है. रोटेशन पद्धति से आरक्षण प्रक्रिया के नियमों का पालन क्यों नहीं किया जा रहा. लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन क्यों किया जा रहा है. उन्होंने लिखा कि 2014 के आरक्षण के आधार पर 2021-22 में चुनाव करवाए जा रहे हैं.
इसके जवाब में बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस ने जो परिसीमन (delimitation for mp panchayat election) किया था, उसमें व्यापक विसंगतियां थीं. जहां तक आरक्षण की बात है एक नियत समय अवधि के दौरान अगर इंप्लीमेंट नहीं होता, तो वह स्वतः ही खत्म हो जाता है. प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (vd sharma on MP Panchayat election 2021) का कहना है कि चुनाव की घोषणा के पहले ही दिन असंवैधानिक बताकर कांग्रेस (congress in mp panchayat election) को हार का भय सताने लगा है. बीजेपी को जिस तरह से समर्थन मिल रहा है. इन चुनावों में भी जनता उनका हिसाब किताब करेगी. चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख घोषित की है- सरकार या बीजेपी ने नहीं. चुनाव आयोग ने सारे तथ्यों को देखकर घोषणा की है, जो स्वागत योग्य है.